Artificial Intelligence in Hindi.AI कैसे काम करता है? क्या Artificial Intelligence का इस्तेमाल फ़ायदेमंद है या नुकसानदायक? AI को लेकर क्या आपके भी दिमाग में ऐसे ही सवाल आते है? अगर हाँ, तो आज के इस लेख में आपको आपके इन सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे|
जबसे Computers का Invention हुआ है, तब से हम सभी लोग इसका बोहोत ज्यादा इस्तेमाल करने लगे है| वहीँ दूसरी ओर वैज्ञानिकों ने Artificial intelligence को इतना ज्यादा Develop कर दिया है की अभी ये तकनीक इंसानों की तरह सोचने और निर्णय लेने के भी काबिल हो गयी है|
लेकिन क्या Artificial intelligence खुद इंसानों को ही पीछे छोड़ सकता है? इन सभी सवालों के जवाबों के साथ आइये जानते है Artificial intelligence Kya Hai विस्तार से|
What is Artificial Intelligence and How AI Works – Future of Artificial Intelligence in Hindi
Artificial Intelligence kya hai – Artificial Intelligence Meaning in Hindi:
सरल भाषा में Artificial intelligence in Hindi का अर्थ है, इंसानों की तरह मशीन में भी सोचने और समझने व् निर्णय लेने की क्षमता का विकास करना| ताकि Machines भी Humans की तरह सोच समझकर काम कर सकें|
Artificial intelligence का शोर्ट फॉर्म AI है और हिंदी में इसका मतलब कृत्रिम बुध्दिमता या कृत्रिम दिमाग होता है| यानी ऐसा दिमाग जो उपर वाले ने नहीं बल्कि इंसानों ने बनाया हो|
Experts Artificial intelligence को Production बढानेवाली मशीन के रूप में देखते है| इसे Machine Learning से भी जोड़ा गया है.
AI Computer Program का Concept है इंसानी मदद के बिना खुद ही New Data के मदद से सिखना और New Technology को Adopt करना|
इस Deep Learning की Process को Text, Photos और Videos को अवशोषण के माध्यम से पूरा किया जा सकता है|
वैज्ञानिकों के मुताबिक एक इंसान जितनी स्पीड से Data को पढ़ और समझ सकता है, Artificial intelligence उससे कई गुना तेजी से ये दोनों काम कर पाएगा|
साल 2035 तक AI की मदद से Labour Productivity को 40% तक बढ़ाया जा सकता है और इससे 12 Developed Countries का आर्थिक विकास दोगुना हो सकता है|
Artificial intelligence को वैज्ञानिक इस तरह से Develop कर रहे है की ये बिना रुके और बगैर ग़लतियों के दिया गया Task समय सीमा के अन्दर पूरा कर सकें|
Artificial intelligence से सभी Companies का Production काफी गुना बढ़ जाएगा और इंसानी Labours की जरुरत कम होने लगेगी, इसीलिए कई लोगों को इसका विकास सही तो कई लोगों को गलत लगता है|
How Artificial Intelligence Works
Artificial Intelligence in Hindi कैसे reverse-engineering की मदद से इंसानी लक्षणों और काम करने की क्षमताओं को Adopt करता है, ये समझने के लिए हमें वास्तव में कृत्रिम दिमाग काम कैसे करता है वो जानना जरूरी है|
तो बता दें की AI कुल 5 Steps की Process में काम करता है| आइये जानते है उनके बारें में विस्तार से|
1)Machine learning:
ये मशीन को सिखाता है की Past Experience के आधार पर अनुमान लगाकर निर्णय कैसे लिया जाये| पुरानी डाटा को Analyse करके ये एक Pattern बनाता है, जिसके जरिये Machine Data का विश्लेषण करके निर्णय तक पहोचती है|
Machine Learning के Past Data के आधार निर्णय लेने की ये प्रक्रिया इंसानी सोच का समय बचाती है और Analysis Based एक बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है|
2)Deep Learning:
Deep Learning भी Machine Learning की ही एक तकनीक है, ये प्रक्रिया Machine को Input को Layers के माध्यम से Process करना सिखाती है|
ताकि मशीन इनपुट को Classify कर सके, अनुमान लगा सके और Outcome कितना आएगा उसका Prediction कर सकें|
3)Neural Networks:
Artificial Intelligence का सबसे मुख्य भाग Neural यानी तंत्रिका नेटवर्क इंसानी Neural cells के सामान सिद्धांतों पर काम करता है|
Neural Networks algorithms की एक Series के रूप में काम करते है, जो की विभिन्न underying variabes के बीच के संबंधों को समझते है, और हमारे दिमाग की तरह ही डाटा को अलग अलग प्रकारों से Process करते है| Neural Networks को हम AI का दिमाग भी कहे सकते है|
4)Computer Vision:
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के Computer vision algorithms इंसानों की तरह ही किसी भी छवि यानी Image को अलग अलग नजरियों से देखने और समझने की कोशिश करते है|
ये Program मशीन को कई Images को Classify करके और उन में से सिखने में मदद करता है| इसका फायदा ये होता है की Artificial Intelligence in Hindi Images के previous observations की मदद से बेहतर निर्णय ले सकता है|
हांलाकि Computer Vision को अभी भी विकसित किया जा रहा है| लेकिन भविष्य में Artificial Intelligence का ये हिस्सा इंसानों से भी बेहतर निर्णय ले पायेगा, ये बात तय है|
5)Cognitive Computing:
AI का ये algorithm इंसानों की तरह text, images, speech और objects को देखने और समझने की कोशिश करता है| आसान शब्दों में ये algorithm मानव मस्तिष्क की नक़ल करने की कोशिश करता है, ताकि मशीन इंसानों की तरह ही सही निर्णय ले सके|
Artificial Intelligence In Hindi में ऊपर बताये 5 algorithms की Combine Process की मदद से काम करता है|
बता दें की इन सभी algorithms को वैज्ञानिक तेजी से विकसित करने में लगे हुए है, ताकि एक दिन Artificial Intelligence इंसानों की तरह ही सोच-समझ पाए और निर्णय लेकर काम कर पाए|
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आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के प्रकार
जैसे हम इंसान अलग अलग कामों के लिए अलग अलग लोगों को काम पर रखते है, वैसे ही different कामों के लिए कई प्रकार के Artificial Intelligence Machines को बनाया जाता है|
जिन्हें मुख्य दो भागों में बाँटा गया है| इन 2 Types के AI Systems को कई Subtypes में भी बाँटा गया है|
आइये जानते है AI के इन सभी प्रकारों के बारें में विस्तार से.
Type 1: Based on Capabilities
Artificial Intelligence In Hindi के इस Type में Machine के काम करने की क्षमता के मुताबिक मुख्य तीन Subtypes में बाँटा गया है|
1)Narrow AI:
इस प्रकार के Artificial Intelligence को narrow tasks को करने के लिए बनाया जाता है| Weak AI के नाम से जाने जानेवाली ये AI Machines अपनी सीमाओं के परे काम नहीं कर सकती है|
इन्हें बनाते वक्त कुछ सीमाएं तय की जाती है, जिनके दायरे में रहकर ये इंसानों के जीवन को आसान बनानेवाले कार्य करती है| machine learning और deep learning तरीकों का तेजी से विकास होने की वजह से इनका इस्तेमाल रोजाना जीवन में सामान्य होता जा रहा है|
Apple Siri एक Narrow AI प्रोग्राम है, जो की अपनी सीमित दिशाओं में काम करता है| कई बार Apple Siri को क्षमता से ज्यादा Advance Tasks करने में दिक्कतें भी आती है|
इसके अलावा Google page-ranking algorithm, Google Translate, image recognition software और spam filtering जैसे Narrow AI के उदाहरण है|
2)General AI:
इस प्रकार के Artificial Intelligence को कार्यों को सीखने समझने और इंसानों की तरह ही काम करने के लिए Develop किया जा रहा है|
Strong AI के नाम से जाने जानेवाले इस AI System को विभिन्न संदर्भों में अपनी Knowledge और Skills का इस्तेमाल करने की Capabilities दी जाती है| हांलाकि Researchers अभी तक General AI Machines बनाने में पूरी तरह से सफल नहीं हुए है|
क्योंकि इस तरह के AI को बनाने के लिए Machine को पूरी तरह से मानव मस्तिष्क की तरह जागरूक करने की Programming करनी होगी|
Fujitsu K computer और Tianhe-2 नाम के सुपर कंप्यूटर General AI के उदाहरण है, हांलाकि मानव मस्तिष्क के 1 सेकंड की neural activity का अनुकरण करने में K computer को पुरे चालीस मिनट का समय लगा, जो की बोहोत ज्यादा है| लेकिन वैज्ञानिक इन्हें Develop करने की पूरी कोशिश में लगे हुए है|
3)Super AI:
इस प्रकार का Artificial Intelligence मानव बुद्धि को पार करता है और किसी भी कार्य को इंसानों से बेहतर तरीके से कर सकता है|
इस प्रकार का Artificial superintelligence System इंसानों की तरह भावनाओं, ज़रूरतों, विश्वासों और स्वयं की इच्छाओं को भी प्रकट कर सकता है|
उदाहरण के रूप में रजनीकांत की साइंस फिक्शन फिल्म रोबोट में दिखाया गया Robo एक Artificial superintelligence System था|
Super AI की कुछ महत्त्वपूर्ण विशेषताओं में सोचना, पहेलियाँ सुलझाना, भावनाओं को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेना और इंसानों की तरह बर्ताव करना शामिल है|
लेकिन फ़िलहाल तो ये Artificial Intelligence in Hindi सिर्फ काल्पनिक दुनिया में ही है|
Type 2: Based on Functions
Artificial Intelligence In Hindi को कार्य क्षमताओं के आधार पर भी बनाया जाता है| कई तरह के अलग अलग कार्यों के करने के लिए Different AI को Design किया जाता है|
Functionalities के आधार पर कुल 4 प्रकार के AI को तैयार किया जाता है, आइये जानते है इनके बारे में.
1)Reactive Machine AI:
इस प्रकार के AI को कोई Specific Task करने के लिए बनाया जाता है, और उन कार्यों से परे सोचने की इन Machines की क्षमता नही होती|
Reactive Machine कृत्रिम बुध्दिमता का प्राथमिक रूप है, जो की Data को संगृहीत नहीं कर सकता और ना ही पुराने अनुभवों की मदद से निर्णय ले सकता है| ये AI Machines Present World को देखते है और उसके हिसाब से निर्णय लेते है|
IBM कंपनी द्वारा बनाया गया Deep Blue AI एक Reactive Machine है, जो की chessboard pieces को देखता है और उसके हिसाब से प्रतिक्रिया देता है|
इस AI ने chess grandmaster Garry Kasparov को खेल में भी हरा दिया था| Deep Blue AI चेस के खेल में खुद का और अपने Opposite Player का Next move क्या हो सकता है उसका अंदाजा लगाता है और उस हिसाब से React करता है|
2)Limited Memory AI:
इस प्रकार का Artificial Intelligence निर्णय लेने के लिए पिछली डाटा का इस्तेमाल करता है| ऐसे Systems की मेमोरी short term के लिए होती है|
वे एक विशिष्ट अवधि के लिए Past Data का इस्तेमाल कर सकते है, लेकिन उस डाटा को वो अपने सिस्टम में हमेशा के लिए नहीं रख सकते|
खासकर Self-Driving Vehicles में इस प्रकार के AI System का इस्तेमाल किया जा रहा है|
Self-Driving Vehicles में लिमिटेड मेमोरी ये देखती है की वर्तमान में और थोडा समय बीतने के साथ कैसे अन्य वाहन उनके आसपास घूम रहे है|
गाड़ी चलाने के अलावा वो ट्राफिक लाइट्स, रास्ता बदलने और दूसरी गाडी के साथ टक्कर होने से बचाने का काम करते है|
Mitsubishi Electric कंपनी Limited Memory AI तकनीक को विकसित करके स्वयं संचालित वाहनों को बनाने की direction में काम कर रही है|
3)Theory of Mind AI:
इस प्रकार का Artificial Intelligence एडवांस टेक्नोलॉजी का एक उदाहरण है| इस प्रकार के AI Robots लोगों की भावनाओ और बर्ताव को समझने और उसके मुताबिक़ React करने के लिए बनाए जाते है|
Theory of Mind AI के पास इंसानों के साथ साथ उस समय environmentally कैसी Situation चल रही है, और किस समय क्या बोलना चाहिए, ये सभी काम करने के गुण होते है|
हांलाकि ये टेक्नोलॉजी अभी के समय में तो सिर्फ Concept के रूप में ही मौजूद है, लेकिन वैज्ञानिक इस पर बोहोत समय से काम कर रहे है|
Massachusetts Institute of Technology के एक वैज्ञानिक ने 90 के दशक में Kismet नाम का एक रोबोट बनाया था| जो की human emotions को समझ सकता था और उनकी नक़ल कर सकता था|
Hanson Robotics द्वारा बनाई गई रोबोट Sophia Theory of Mind AI का एक और उदाहरण है|
इस रोबोट की आँखों में फिट किये गए कैमरा computer algorithms के साथ जोड़े गए थे, जो की इसे देखने, लोगों की पहचान करने और चेहरे का अनुसरण करने में मदद करते है|
4)Self Awareness AI:
इस प्रकार के Artificial Intelligence in Hindi फ़िलहाल तो सिर्फ काल्पनिक रूप से मौजूद है। वैज्ञानिकों ने अगर इस प्रकार के AI Systems को बना लिया तो ये इंसानों की तरह सोच पाएंगे, महसूस कर पाएंगे, अपनी बातें रख पाएंगे और Data के साथ Feelings की मदद से Decision भी ले पाएंगे|
आसान शब्दों में कहें तो ये AI बिलकुल इंसानों की तरह ही होंगे| लेकिन इंसानों से कई गुना ज्यादा Smart और Productive होंगे|
Self Awareness AI की अपनी भावनाएं, जरूरतें, विश्वास और सोच होगी, जिनकी मदद से वो इस दुनिया में इंसानों की तरह ही रहे पाएंगे|
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के फायदे
दुनियाभर के कई बड़े वैज्ञानिक Artificial Intelligence को Develop करने में लगे हुए है, ऐसे में सवाल आता है की हमें AI से क्या और कौनसे फायदे मिलेंगे? तो बता दें, की वैज्ञानिक Artificial Intelligence की Development में इसीलिए लगे हुए है क्योंकि ये हमारे जीवन को पूरी तरह से बदल देगा, या यूँ कहे की अभी से ही बदल रहा है|
कैसे? आइये जानते है Artificial Intelligence ke Fayde
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- Reduction in Errors:
जब भी इन्सान कोई काम करते है तो कई कारणों सर कभी ना कभी तो भूल होती ही है, लेकिन Artificial Intelligence सेट किये गए Algorithms की मदद से किसी भी परिस्थिति में Data के आधार पर निर्णय लेता है.
और हर काम सेट किये गए Program के मुताबिक़ करता है, इस वजह से काम में ग़लतियाँ होने के Chances कम हो जाते है|
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- Available 24 Hours for 7 Days:
एक औसत इन्सान दिन में 6 से 8 घंटे काम करता है, इसके अलावा तहेवारों में, ख़ुशी में, गम में या फिर थकान में कभी ना कभी छुट्टी भी करता है.
लेकिन Artificial Intelligence machines in hindi को कभी भी आराम की या छुट्टी की जरुरत नहीं होती, आप AI से 24 घंटे 365 दिन काम करवा सकते है|
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- Best for Repetitive Work:
रोजाना Machines के एक ही Parts बनाने से लेकर Thank you mail करने तक, AI कोई भी काम Repetitive Mode में कर सकता है|
जिसकी वजह से इंसानों को एक ही काम बार बार करने की जरुरत नहीं पड़ती और वो आराम से रचनात्मक होकर बाकी कामों के बारें में सोच सकते है|
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- Quick Decisions:
Humans जब भी कोई निर्णय लेते है तो Data के साथ परिस्थिति के बारें में Emotionally और Practically भी सोचते है, जिसकी वजह से कई बार Decision लेने में हमें देर हो जाती है|
लेकिन AI में फिट किये गए Programs और Data की मदद से वो जल्दी से Decision ले पाता है| हांलाकि हर निर्णय लेने में सिर्फ डाटा काफी नहीं है, इसीलिए सही Decision लेने में इंसान AI से हमेशा आगे रहेंगे|
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- AI Digital assistance:
अगर आपकी Website पर रोजाना 1 lakh visitors आ रहे है और उनमे से हजारों लोग सवाल पूछ रहे है, तो शायद 10 लोगों की टीम भी उनके सवालों के जवाब देने के लिए कम होगी|
लेकिन अगर एक Artificial Intelligence को Website के साथ जोड़ा जाए और कुछ Normal Questions के जवाब फिट किये जाए तो वो शुरुआत में Visitors से बात करके शायद उनके सवालों के जवाब दे सकता है|
अभी के समय में इस तरह के AI Chatbot का इस्तेमाल लगभग सभी कम्पनीज अपने Digital Platforms पर करने लगी है|
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- Rational Decision Making:
हम मनुष्य तकनीकी रूप से जितना चाहे उतना विकसित हो सकते है, लेकिन जब भी निर्णय लेने की बारी आती है, तो कहीं ना कहीं हमारी भावनाएं बीच में आ जाती है| कई कार्यों में ये सही है, लेकिन कई कार्यों में तर्कसंगत निर्णय लेना जरूरी होता है|
Artificial Intelligence In Hindi अपने अंदर एड किये गए Algorithms की मदद से निर्णय लेता है, ऐसे में भावनाओं के बीच में आने की तो कोई गुंजाईश ही नहीं होती|
इस तरीके के तर्कसंगत निर्णयों की वजह से कई बार काम की efficiency और Productivity काफी हद तक बढ़ जाती है|
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- Efficient Communication:
पहले के समय में जब हमें दूसरी भाषा बोलने वाले लोगों से बात करनी होती थी तो दोनों पक्षों के बीच में एक ऐसा Middle man रखना पड़ता था, जो दोनों भाषाएँ जानता हो और हमारी बात सुनकर उसे दूसरे पक्ष के सामने उनकी भाषा में अनुवाद करता था|
लेकिन Artificial Intelligence की मदद से हम बिना किसी दिक्कत के दूसरी भाषा बोलने वाले लोगों से बात कर सकते है|
Natural Language Processing या NLP System शब्दों को एक भाषा से दूसरी भाषा में Translate करने की अनुमति देता है|
इसका उत्तम उदाहरण है Google Translate. शब्द का अनुवाद करने के साथ ही ये अब उस शब्द का Audio Example भी प्रदान करता है| जिसे सुनकर हम उस शब्द को कैसे बोलना है वो सिख सकते है|
Artificial Intelligence और हमारा भविष्य
किसी भी तकनीक के फायदे होने के साथ कुछ नुक्सान भी साथ आते है, Experts के मुताबिक Artificial Intelligence से शायद भविष्य में होने वाले नुकसान निम्न मुताबिक़ है|
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- Addiction of AI:
Artificial Intelligence In Hindi का विकास होने से हम सभी लोग इन Machines पर ज्यादा निर्भर हो जाएंगे, जिसकी वजह से कभी AI सिस्टम में खराबी भी आई तो कई लोग बोखला जाएंगे, कुल मिलाकर फिर लोगों को इसकी लत लग जाएगी, और लोग इनके भरोसे जीने लगेंगे|
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- Lack of Creative Work:
Artificial Intelligence को कितना भी डेवेलोप किया जाए, लेकिन ये तकनीक उस तरह से नहीं सोच सकती, जिस तरह से इंसानों की Creative Thinking होती है|
AI Machine को जो कमांड दिए जाएंगे और Past Experience के मुताबिक़ वो आज से 10 साल बाद भी वैसे ही काम करेगी, जैसे आज कर रही है|
इसीलिए जो कम्पनीज पूरी तरह से AI पर निर्भर हो जाएंगी, उनका ये सबसे बड़ा नुकसान होगा|
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- Potential of Misuse:
Artificial Intelligence in Hindi की शक्ति बड़े पैमाने पर है, और AI में महान चीजों को प्राप्त करने की बोहोत क्षमता है|
लेकिन दुर्भाग्य से अगर ये Machines किसी गलत हाथों में पड़ जाती है, तो इसके बोहोत ही ज्यादा गंभीर परिणाम हो सकते है| इसीलिए इसके दुरुपयोग की संभावनाएं काफी ज्यादा है|
निष्कर्ष
Artificial Intelligence in Hindi लेख में हमने ये सीखा की Artificial Intelligence kya hai , साथ ही हमने Artificial Intelligence Meaning in Hindi के प्रकार, फायदे और नुकसानों के बारें में जानकारी हासिल की|
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Artificial Intelligence Kya Hai को लेकर अगर आपके दिमाग में कोई सवाल या सुझाव हो तो Comment करके जरुर पूछिये, हम आपके सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे, धन्यवाद|