Computer क्या हे? History Of Computer.

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Computer क्या हे?
iMage By: Designecologist

Computer क्या हे?50 से 60 वर्ष पहले की दुनिया तथा आज की दुनिया पर नजर डालें तो इतने कम समय के अंतर में ही काफी ज्यादा फर्क नजर आता है.50 से 60 साल पहले लोगों का जीवन स्तर कुछ और था.और आज कुछ और हो चुका है.

यूं कहें कि पिछले 50 से 60 वर्षों में ही दुनिया ने क्रांतिकारी बदलाव देखे हैं.इस क्रांतिकारी बदलाव के पीछे पूरा हांथ कंप्यूटर का ही है.

Computer के आने से पहले तक लोग एक परंपरागत जीवन जीते थे.लेकिन कंप्यूटर आने के बाद लोगों के जीवनशैली को ही बदल कर रख दिया.कंप्यूटर ने पूरी दुनिया के लिए तरक्की के नए रास्ते खोल दिए.दुनिया काफी तेज हो गयी.इसी का नतीजा है कि पूरी दुनिया विकास करते हुए आज इस मोड़ पर खड़ी है.

जब कहा जाता है कि पिछले कुछ वर्षों की तुलना में आज अगर दुनिया इतनी Advance हुई है तो इसके पीछे कंप्यूटर का ही हाथ है.ऐसे में थोड़ी हैरानी होती है कि आखिर कंप्यूटर ऐसी क्या बला है जिसने पूरी दुनिया को इतने हद तक बदल कर रख दिया.

आज आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि Computer क्या हे साथ ही कंप्यूटर की परिभाषा हिंदी (Computer Definition in Hindi) में बताएंगे.इसके अलावा हम बताएंगे कि कंप्यूटर काम कैसे करता है, कंप्यूटर का इतिहास क्या है, कंप्यूटर में कितने Parts होते हैं तथा पूरा एक कंप्यूटर सिस्टम क्या होता है.

इसके अलावा को कंप्यूटर के हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर के बारे में भी बताएंगे.तो Computer क्या हे के बारे में पूरी जानकारी के लिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें.

Computer क्या हे?– What Is Computer

Computer अंग्रेजी के एक शब्द Compute से बना है.इसका हिंदी मतलब गणना करना होता है। कंप्यूट से ही कंप्यूटर शब्द आया है.

इस तरह देखे तो आम भाषा में कंप्यूटर का मतलब गणना करने वाली मशीन होता है.आज अगर यह कहा जाए कि कंप्यूटर केवल गणना करने वाली मशीन है तो ये आज के परिपेक्ष्य में सही नहीं होगा.क्योंकि कंप्यूटर का काम केवल गणना करना है.बल्कि इस पर अनेक काम किए जाते हैं.

शुरुआती दौर में जब कंप्यूटर की खोज की गई थी तो उस वक्त कंप्यूटर का मुख्य काम गणना करना ही था. इसलिए इसका नाम Computer रखा गया था.लेकिन आज यह गणना करने से आगे निकल कर वो सभी काम करता है जो भी काम कोई इंसान इससे करवाना चाहता है.

कंप्यूटर वास्तव में क्या है वह आप कंप्यूटर की परिभाषा से समझ सकते हैं.

कंप्यूटर की हिंदी परिभाषा – Computer Definition in Hindi :

कम्प्यूटर एक Mechanical Machine है जो कि पहले से तय प्रोग्रामिंग का पालन करते हुए अपना काम करता है.

इसे और आसान तरीके से समझें तो कंप्यूटर एक ऐसा मशीन है जो Input Devices की मदद से दिए गए निर्देशों को कंप्यूटर के प्रोग्रामिंग के तहत प्रोसेस करता है.फिर उन निर्देशों को Output डिवाइस पर सूचना (Result) के रूप में प्रदर्शित करता है. 

कंप्यूटर को हिंदी में (Computer Hindi Meaning) संगणक या परिकलक भी कहा जाता है.ऊपर जो input devices और Output Devices का जिक्र किया गया है उनके बारे में आपको इस आर्टिकल में आगे विस्तार से बताएंगे.

Computer क्या हे,अगर कंप्यूटर के कुछ उदाहरणों की बात करें तो आमतौर से हम Laptop,Tablet, Desktop Computer इत्यादि को ही कंप्यूटर समझते हैं.लेकिन आपको बता दें कि इन सब के अलावा मोबाइल, कैलकुलेटर, डिजिटल घड़ी समेत अधिक्तर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण इत्यादि सभी कंप्यूटर ही हैं.

कंप्यूटर कोई एक अकेला  यंत्र नहीं होता है. हार्डवेयर यानी इनपुट डिवाइस,आउटपुट डिवाइसेज के साथ – साथ सॉफ्टवेयर के साथ मिलकर एक कंप्यूटर सिस्टम तैयार करता है.तब जाकर सभी एक सिस्टम में काम करते हैं.

कंप्यूटर सिस्टम क्या है – What is a Computer System

कई अलग – अलग उपकरणों (Devices) के एक साथ जुड़ने से एक पूरा कंप्यूटर सिस्टम तैयार होता है.Computer System से जुड़ने वाले मुख्य उपकरण निम्नलिखित हैं –

1. CPU :

CPU ka Full form Central Processing Unit होता है.इसे ही कंप्यूटर का ब्रेन यानी दिमाग कहा जाता है.यह दर्जनों छोटे बड़े उपकरणों से मिलकर बना होता है.

CPU में ही मदरबोर्ड, प्रोसेसर मेमोरी इत्यादि के साथ-साथ कई छोटे-बड़े अनगिनत यंत्र लगे होते हैं.कोई भी जानकारी इसी हिस्से से निकल कर बाहर आती है.

2. की बोर्ड (Keyboard) :

Keyboard को कंप्यूटर का Input Unit कहा जाता है.यह वह हिस्सा होता है जिसकी मदद से कंप्यूटर को कोई निर्देश दिया जाता है.आपने देखा होगा कि की बोर्ड में अल्फाबेट,नंबर के साथ-साथ अलग-अलग Symbols होते हैं.

इन्हीं सब का उपयोग आवश्यकता अनुसार कोई व्यक्ति कंप्यूटर को निर्देश देने के लिए करता है.यह निर्देश कंप्यूटर के सीपीयू तक जाता है.जहां से प्रोसेसिंग के द्वारा सारी जानकारी Output Device यानी मॉनिटर पर आती है.

3. मॉनिटर (Monitor) :

मॉनिटर कंप्यूटर का आउटपुट यूनिट है.कोई भी जानकारी मॉनिटर के द्वारा ही कोई भी व्यक्ति देख पाता है.Different Types मॉनिटर होता हे.आजकल तो Smart Touch मॉनिटर भी उपलब्ध हे.

4. माउस (Mouse) :

माउस को कंप्यूटर का इनपुट यूनिट कहा जाता है.यह भी कंप्यूटर को निर्देश देने के लिए ही उपयोग किया जाता है.ऊपर बताए गए उपकरण किसी Computer System के सबसे महत्वपूर्ण उपकरण होते हैं.

इन सब के बिना कोई कंप्यूटर सिस्टम ठीक ढंग से काम नहीं कर सकता है.इन सबके अलावा कंप्यूटर सिस्टम में स्पीकर तथा प्रिंटर की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है.

स्पीकर कंप्यूटर से निकलने वाली आवाज को सुनने के लिए उपयोग किया जाता है.जबकि प्रिंटर कोई भी चीज प्रिंट करने के लिए उपयोग में लाया जाता है.

कंप्यूटर हार्डवेयर तथा शॉफ्टवेयर में अंतर – Difference Between Computer Hardware And Software :

बिना Hardware तथा Software के कंप्यूटर का निर्माण संभव नहीं है.इसलिए आपको बताते हैं कि हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर में अंतर क्या है.

हार्डवेयर ऐसी चीजें होती है जिन की भौतिक अवस्था होती है यानी कि जिसे आप देख सकते हैं, छू सकते हैं.उसका वजन होता है.

लेकिन सॉफ्टवेयर तो आप छू नहीं सकते.Software की कोई भौतिक अवस्था भी नहीं होती है.कंप्यूटर सिस्टम के जिन उपकरणों की चर्चा ऊपर की गई है वे सभी हार्डवेयर के उदाहरण है.जैसे कि –

    • मॉनिटर (Monitor),
    • सीपीयू (CPU),
    • माउस (Mouse),
    • कीबोर्ड (Keyboard),
    • स्पीकर (Speaker),
    • प्रिंटर (Printer) इत्यादि.

सॉफ्टवेयर की बात करें तो सॉफ्टवेयर के उदाहरण किसी भी कंप्यूटर का –

    • ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System),
    • ब्राउज़र (Brouser),
    • एप्लीकेशन (Application) इत्यादि सभी सॉफ्टवेयर के उदाहरण होते हैं.

आपको बता दें कि हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर दोनों एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं.ना तो कोई सॉफ्टवेयर बिना हार्डवेयर से काम कर सकता है.और ना ही कोई हार्डवेयर बिना किसी सॉफ्टवेयर के काम कर पाएगा.दोनो में समन्वय स्थापित होने बेहद आवश्यक है.

Computer क्या हे?-कंप्यूटर का इतिहास – History of Computer

अगर आज कंप्यूटर इतना एडवांस हो चुका है तो इसका मतलब यह नहीं है कि यह अचानक ही इतना एडवांस हुआ है.

बल्कि यहां तक पहुंचने में कंप्यूटर को काफी वर्ष लगा है.तथा कई लोगों के अथक प्रयास के बाद कंप्यूटर इतना एडवांस हुआ है.

History Of Computer-कंप्यूटर का इतिहास 18वीं सदी से ही शुरु होता है.18वीं सदी में चार्ल्स बैबेज नाम के एक वैज्ञानिक ने 1 तरीके की मशीन बनाई थी.

यह मशीन एक कैलकुलेटर था.यह पहली मशीन थी जिसमें एक तरीके के प्रोग्रामिंग का उपयोग किया गया था.यही कारण है कि चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का जनक यानी Father Of The Computer कहा जाता है.

आज के जो आधुनिक कंप्यूटर हैं, वे सभी Charles Babbage के ही सिद्धांतों से प्रेरित हैं.चार्ल्स बैबेज ने 1819 में एक मशीन बनाने की शुरुआत की थी. इसे 1822 में बना कर पूरा कर लिया था.

इस मशीन को Difference Engine नाम दिया गया था. इस मशीन में Decimal Number System का उपयोग किया गया था.इस मशीन को ही पहला कंप्यूटर भी माना जाता है.इसका उपयोग गणितीय गणना के लिए किया गया था.

1833 में Difference Engine का नाम बदल कर Analytical Engine कर दिया गया.

Charles Babbage के एनालिटिक्स मशीन से हजारों साल पहले अबेकस नाम के एक यंत्र का उपयोग भी गणना के लिए किया जाता था.माना जाता है कि  चार्ल्स बैबेज ने भी अबेकस से प्रेरित होकर ही अपनी मशीन बनाई थी.

Charles Babbage द्वारा बनाई मशीन बेहद विशाल और जटिल थी.इसे और सरल बनाने के लिए चार्ल्स बैबेज ने दूसरे प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया.

इसके लिए उन्हें ब्रिटिश गवर्नमेंट की ओर से भारी भरकम वित्तीय सहायता भी प्रदान की गई.

लेकिन कुछ कारणों से यह काम पूरा नहीं हो सका.इसके बावजूद उन्होंने ऐसा प्लेटफार्म तैयार कर दिया था जिसकी मदद से कई नए वैज्ञानिक कंप्यूटर निर्माण के क्षेत्र में उतरे.

समय के साथ सफलता मिलती गयी और कंप्यूटर आधुनिक होता चला गया.लंबी कोशिशों के बाद 1946 में पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर बनाने में सफलता मिल गई थी.

इस कंप्यूटर का नाम ENIAC यानी Electronic Numerical Integrator and Computer था. इसे अमेरिका में तैयार किया गया था.इसे फर्स्ट जेनरेशन का कंप्यूटर कहा जाता है.इसे बनाने वाले का नाम John Mauchly तथा  J. Presper Eckert, Jr था.

➡  सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग-Software Engineer

Computer क्या हे?-कंप्यूटर की पीढ़ियां –  Generation of computer in Hindi :

1. प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर (1st Generation – 1946 से 1956) :

1946 से 1956 तक के कंप्यूटर को प्रथम पीढ़ी यानी फर्स्ट जेनरेशन कंप्यूटर माना जाता है.

इस दौरान के कुछ प्रमुख कंप्यूटर जैसे की –

    • EDSAC,
    • UNIVAC (Universal Automatic Computer),
    • UNIVAC – 1,
    • IBM – 701 तथा IBM – 650 है.

Computer क्या हे,प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर History Of Computer की बात करें तो इन कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब का उपयोग किया जाता था.

इसमें डाटा को स्टोर करने के लिए मैग्नेटिक ड्रम का उपयोग किया था.डाटा को सुरक्षित रखने के लिए पंच कार्ड का प्रयोग होता था.इस समय के कंप्यूटर का आकार एक बड़े कमरे के आस पास होता था.

इसमें एक समस्या यह थी कि यह कंप्यूटर अधिक ज्यादा गर्मी पैदा करता था.तथा यह कंप्यूटर बेहद धीमी गति से काम करते थे.उस समय इस कंप्यूटर का निर्माण काफी जटिल और काफी महंगा था.

प्रथम श्रेणी के कंप्यूटर भले ही जटिल,काफी बड़े तथा बहुत ज्यादा उपयोगी नहीं थे.लेकिन इन कंप्यूटरों ने भविष्य के लिए दरवाजे खोल दिए थे.काफी कम समय में ही कंप्यूटर के क्षेत्र में जबरदस्त तरक्की देखी गई तथा सुधार के साथ एक के बाद एक कंप्यूटर बनते चले गए.

2. दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर (2nd Generation – 1956 – 1964) :

1947 में ट्रांजिस्टर की खोज में कंप्यूटर के निर्माण में कुछ बदलाव ला दिया.प्रथम पीढ़ी से कंप्यूटर में जहां वैक्यूम ट्यूब का उपयोग किया गया था.

वहीं,सेकंड जेनरेशन के कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब की बजाए ट्रांजिस्टर का उपयोग किया गया.इसके अलावा द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर में कई बदलाव किए गए.इससे पहले जेनरेशन के कंप्यूटर की तुलना में इस कंप्यूटर की स्पीड कुछ अधिक हो गई.

First Generation Computer के मुकाबले यह कुछ बेहतर जरूर था.हालांकि इसके बावजूद इसका आकार लगभग पहले वाले कंप्यूटर के आसपास था.

इस कारण से कहीं लेना ले जाना संभव नहीं था तथा इससे यूज करना सबके बस की बात भी नहीं थी.इसे केवल विशेषज्ञ ही यूज़ कर पाते थे.

3. तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर (3rd Generation – 1964 से 1971) :

History Of Computer तीसरी पीढ़ी का कंप्यूटर काफी ज्यादा बदलाव के साथ आया.इसमें ट्रांजिस्टर के स्थान पर अब IC यानी Integrated Circuit का उपयोग किया गया था.इस कारण इस कंप्यूटर के आकार में काफी कमी आई.

तथा यह बाकी पहले के कंप्यूटर के मुकाबले काफी तेजी से काम कर रहा था.इस कंप्यूटर की खास बात ये थी कि इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया गया था जिससे कि कंप्यूटर के अंदर होने वाले सभी काम अपने आप ऑटोमेटिक ही होने लगे थे.

4. चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर (4th Generation – 1971 से 1985) :

History Of Computer, चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर में आईसी चिप की बजाय VLSIC  (Very Large Scale Integrated chip) का उपयोग किया गया था. 

इसे माइक्रोप्रोसेसर भी कहा जाता है.यह पहला कंप्यूटर था जिसने माउस का उपयोग किया गया था तथा इसी साल पहली बार IBM कंपनी ने पर्सनल कंप्यूटर का निर्माण किया था.

इस कंप्यूटर में high level language जैसे C, C++, Java का उपयोग किया गया था।

5. पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर (5th Generation – 1985 से अभी तक) :

History Of Computer,पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर ने पूरी दुनिया को एक तरीके से बदलकर ही रख दिया है.इससे  कंप्यूटर के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं.इस कारण पूरी दुनिया आधुनिकता के दौर में शामिल हो गयी.

1985 के बाद से अब तक जो भी कंप्यूटर आते हैं सभी फिफ्थ जेनरेशन ऑफ कंप्यूटर में गिने जाते हैं.इस जेनरेशन का मुख्य AI यानी Artifical Intelligence तथा Voice Command पर है.इस क्षेत्र में काफी काम हुए हैं तथा अभी भी काम किए ही जा रहे हैं.

निष्कर्ष – Conclusion :

Computer क्या हे – यह कहना गलत नहीं होगा कि आधुनिकता की जो दौर अभी चल रही है यह कंप्यूटर की वजह से ही संभव है. कंप्यूटर ने लोगों का जीवन काफी हद तक बदल दिया है.

मनोरंजन से लेकर आम लोगों के जीवन जीने का तरीका तक कंप्यूटर ने बदल कर रख दिया.कंप्यूटर का विकास इतनी तेजी से हुआ कि एक तरीके से पूरी दुनिया कंप्यूटर पर ही निर्भर हो चुकी है.इसका एक नकारात्मक प्रभाव यह भी देखने को मिला है कि लोग अब कंप्यूटर से छोटी से छोटी बातों के लिए भी कंप्यूटर पर ही निर्भर हो गए हैं.

इसका प्रभाव कहीं न कहीं लोगों की मानसिक स्थिति पर भी पड़ रहा है.हालांकि सकारात्मक प्रभाव से तुलना करें तो कंप्यूटर के नकारात्मक प्रभाव कम ही हैं.जिस तरीके से कंप्यूटर ने साल दर साल विकास किया है,उसे देखते हुए ये भी कहा जा सकता है कि आने वाले वर्षों में काफी संभव है कि कंप्यूटर के क्षेत्र में और ऐसे चमत्कार होंगे.जिसकी कल्पना भी आम आदमी फिलहाल नही करता है.

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