Hard Copy Kya Hai, अगर आप स्टूडेंट है या आपने कोई डेस्क जॉब करना शुरू की है तो आपने Hard Copy और Soft Copy के बारें में तो जरुर सुना होगा| कई बार किसी गवर्नमेंट डिपार्टमेंट, प्राइवेट कंपनी, बैंक या स्कूल और कॉलेज में हम से documents को Hard Copy या Soft Copy में माँगा जाता है, लेकिन Soft Copy और Hard Copy के बीच का अंतर समझ ना आने पर हम परेशानी में आ जाते है|
इस आर्टिकल में हम आपको Hard Copy Kya Hai से लेकर Hard Copy aur Soft Copy me Kya Fark Hai तक पूरी जानकारी देंगे, तो पूरा आर्टिकल जरुर पढ़िए|
Hard Copy Kya Hai – Hard Copy Meaning in Hindi
जब हम Computer या Smartphone में स्टोर डेटा की Printout निकालते है तो उस Printed Document को Hardcopy कहा जाता है| Hardcopy किसी Text File, Sheet File, Photograph और Drawing की Printed File हो सकती है|
Hard Copy को Physical Paper के रूप में स्टोर किया जाता है, ताकि जब हमारे Computer, Mobile जैसे सिस्टम्स में किसी प्रकार की खामी आये तो हम Printed Hard Copy से जानकारी का पता लगा सकें|
Soft Copy Kya Hai? – Soft Copy Meaning in Hindi
Computer में जब हम किसी File को Create करते है और उसे Computer Storage (Hard drive, Solid state drive, Memory card) में save करते है तो उसे Soft Copy कहा जाता है| Soft Copy Document, Sheet, Photo, PDF या Notes के रूप में कंप्यूटर और मोबाइल में सेव होती है, जिसे आप आसानी से अपने Computer में Access एंड Edit कर सकते है|
पहले के ज़माने में जब Computer और Mobile का ज्यादा इस्तेमाल नहीं होता था, तब हर जगह Physical Document यानी Hard Copy देनी होती थी, जिसे संस्था के बड़े बड़े स्टोरेज रूम्स में अलग अलग फाइल्स में संभालकर रखना पड़ता था, लेकिन आज के आधुनिक युग में Soft Copy का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है| आइये अब जानते है की Soft Copy और Hard Copy में क्या Difference है?
Hard Copy and Soft Copy in Hindi
Sr No. | Hard Copy | Soft Copy |
1 | Hard Copy एक प्रिंटेड डॉक्यूमेंट होता है| | Soft Copy एक नॉन प्रिंटेड डॉक्यूमेंट होता है| |
2 | हार्ड कॉपी किसी भी डॉक्यूमेंट की प्रिंटेड कॉपी होती है| | सॉफ्ट कॉपी किसी भी डॉक्यूमेंट की वर्चुअल कॉपी होती है| |
3 | हार्ड कॉपी में हम कोई बदलाव नहीं कर सकते| | सॉफ्ट कॉपी में हम भूल होने पर एडिट करके बदलाव कर सकते है| |
4 | हार्ड कॉपीज का संग्रह करने के लिए फाइल्स और बड़े स्टोरेज की जरुरत होती है| | सॉफ्ट कॉपीज का आप सिर्फ छोटे से मेमोरी कार्ड या Cloud Storage में संग्रह कर सकते है| |
5 | Hard Copy को Permanent Copy कहा जाता है| | Soft Copy को Temporary Copy कहा जाता है| |
6 | Hard Copy से कोई छेड़छाड़ नहीं की जा सकती| | Editable होने की वजह से Soft Copy से छेड़छाड़ की जा सकती है| |
7 | Hard Copy को Access करने के लिए Computer और Smartphone जैसे किसी Electronic Device की जरूरत नहीं होती| | Soft Copy को Access करने के लिए Computer और Smartphone जैसे Electronic Interface की जरुरत होती है| |
8 | Hardcopy को कहीं भी ले जाना उतना आसान नहीं होता| | Softcopy को हम अपने साथ Hard Drive या Memory Card में Easily Carry कर सकते है| |
9 | हम किसी से मिलकर या पोस्ट के जरिये हार्ड कॉपी साझा कर सकते है| | सॉफ्ट कॉपी को शेयर करने के लिए हमें सिर्फ email, WhatsApp जैसे माध्यमों की जरूरत होती है, और इन्हें शेयर करना आसान है| |
10 | Official Work के लिए आज भी Hard Copy Prefer की जाती है| | Soft Copy को किसी भी Official Work के लिए Prefer नहीं किया जाता| |
11 | Printed Copy होने के कारण इनके नष्ट होने का खतरा बना रहता है| | Soft Copy के नष्ट होने का खतरा ना के बराबर है| |
12 | Hard Copy पर किसी भी तरह के Cyber Attack होने का बिलकुल भी ख़तरा नहीं होता| | Cyber Attackers Soft Copy को चुराकर उसका गलत इस्तेमाल कर सकते है| |
13 | हम हार्ड कॉपी को Touch कर सकते है| | सॉफ्ट कॉपी को Touch नहीं किया जा सकता| |
14 | Hard Copy के खराब होने का खतरा हमेशा बना रहता है| | Soft Copy के खराब होने के बहुत कम चांसेस होते है| |
15 | एक हार्ड कॉपी को अनेक लोगों के साथ शेयर करने के लिए मल्टीप्ल हार्ड कॉपीज की जरुरत होती है| | एक सॉफ्ट कॉपी को आप अनेक लोगों के साथ आसानी से शेयर कर सकते है| |
16 | हार्ड कॉपी बनवाने में बहुत पैसे खर्च होते है| | किसी भी कंप्यूटर में फ्री में अनेक सॉफ्ट कॉपीज बनाई जा सकती है| |
Hard aur Soft Copy me kya fark hai जानने के बाद आइये अब हार्ड कॉपी के उदाहरण के बारें में जानते है|
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Hard Copy Ke Examples
Hard Copy यानी किसी भी डॉक्यूमेंट की फिजिकल कॉपी, हार्ड कॉपी के कुछ उदहारण निम्न मुताबिक़ है|
1. फोटोग्राफ
2. ड्राइंग
3. लीगल डाक्यूमेंट्स
4. स्टेम्प पेपर
5. स्कूल, कॉलेज रिजल्ट्स
6. किसी भी प्रकार के प्रिंटेड डाक्यूमेंट्स
7. सीवी और रिज्यूम
8. आधार कार्ड, इलेक्शन कार्ड और पैन कार्ड
9. फिजिकल बुक्स
10. ऑफीशियल लैटर्स
11. न्यूज़ पेपर्स
Fayde – Advantages in Hindi.
1. Safe and Secure – जहाँ Cyber Attacks होने के खतरें की वजह से Soft Copy की Security पर कई सवाल उठते है, वहीँ हार्ड कॉपी को किसी भी Cyber Attack का ख़तरा नहीं होता, इसलिए वो हमेशा सुरक्षित रहती है| वहीँ आपकी हार्ड कॉपी को एडिट करके कोई उसका गलत इस्तेमाल नहीं कर सकता, इसलिए इन्हें Safe and Secure कहा जाता है|
2. Computer Break – जहाँ किसी भी Computer या Mobile जैसे Electronic Device में Stored की हुई Soft Copy के नष्ट होने का पूरा ख़तरा होता है, वहीं जैसे की आप जानते है की Hard Copy Kya Hai? एक फिजिकल डॉक्यूमेंट, इसलिए सही जगह पर स्टोर करके रखने से उसके नष्ट होने का खतरा काफी कम हो जाता है|
3. Easy to Distribute – अगर आपके पास किसी डॉक्यूमेंट की Hard Copy है और आपके पास में ज़ेरॉक्स मशीन रखी हुई है तो आप कुछ ही मिनटों में उसकी कॉपीज बनाकर आसपास के लोगों को डिस्ट्रीब्यूट आसानी से कर सकते है|
4. Anyone can Access – भले ही ज़माना आधुनिक हो गया हो, लेकिन सच्चाई तो ये है की आज भी अनेक लोग Computer और Smartphone के साथ Internet का भी इस्तेमाल करना नहीं जानते, ऐसे में Hard Copy Document को तो लगभग हर पढ़ा लिखा इंसान पढ़ सकता है और जानकारी का इस्तेमाल कर सकता है|
5. It Outlast Digital Archives – अगर किसी हार्ड कॉपी को सही गुणवत्ता वाले पेपर पर प्रिंट करके सही जगह पर स्टोर किया जाता है तो उसे आज से 100 सालों बाद भी पढ़ा जा सकता है| इसलिए तो पुराने जमाने में लिखे हुए ग्रन्थ और किताबों को आज भी पढ़ा जा सकता है| जरा सोचिये अगर उस समय में Hard Copies ना होती तो इतना महत्वपूर्ण ज्ञान क्या हम तक पहुँच पाता? बिलकुल नहीं!
6. Original Document – आज के समय में जहाँ Soft Copy को हम अलग अलग गवर्नमेंट डिपार्टमेंटस, स्कूल और कॉलेज की वेबसाइट पर अपलोड करते है, प्रोसेस हो जाती है| लेकिन फिर भी हमें Document Verification के लिए वहां Hard Copy Documents लेकर जाना ही पड़ता है| क्योंकि आज भी हार्ड कॉपीज को ओरिजिनल डॉक्यूमेंटस ही माना जाता है|
7. Destruction is Final – कई बार हम अपने Business Discussion और Files की Privacy को बनाए रखना चाहते है तो हार्ड कॉपीज हमेशा सही चुनाव रहती है| क्योंकि Workplace पर Soft Copies एक दूसरे के साथ शेयर करने से डिलीट करने के बाद भी वो कहीं ना कहीं (जैसे की mails, computer hard drive, photos, recently deleted, archives) में रहे ही जाती है| वहीं दूसरी ओर आप हार्ड कॉपीज का Destruction कर देते है तो उसे फिर कोई Access नहीं कर सकता, यानि फिर आपकी Privacy intact रहती है|
जहाँ Hard Copy ke Fayde है, वहीं Hard Copy ke Nuksan भी है, तो आइये जानते है Disadvantages of Hard Copy.
Hard Copy ke Nuksan – Disadvantages of Hard Copies in Hindi
1. Takes Up a Lot of Space – हार्ड कॉपी का सबसे बड़ा डिसएडवांटेज है ज्यादा जगह रोकना, हम अपने कुछ पर्सनल डॉक्यूमेंटस को तो घर/ऑफिस में फाइल में संभालकर रख सकते है| लेकिन Government Offices और Private Companies में जहाँ रोजाना हजारों Documents को Store and Access करने की जरुरत होती है, वहां इन हार्ड कॉपीज को संभालकर रखने के लिए काफी बड़े स्टोरेज की जरुरत होती है, जो की बहुत inconvenient हो जाता है|
2. Harmful for Nature – एक मध्यम आकार के पेड़ में से 10,000 से 20,000 पेपर शीट्स बनाई जाती है, और अगर कोई कंपनी हर रोज 10,000 पेपर शीट्स के documents का इस्तेमाल करती है तो एक महीने की कैपेसिटी की हार्ड कॉपीज बनाने में करीब 30 पेड़ों का इस्तेमाल हो जाएगा, जिससे पेड़ों की संख्या कम होती जा रही है, इसलिए इस मामले में Soft Copy Documents हार्ड कॉपीज से ज्यादा बेहतर है|Ha
3. More Access Time – अगर किसी ऑफिस में बहुत सारी हार्ड कॉपीज स्टोर की गयी है तो उन में से कुछ जरुरी डॉक्यूमेंटस को ढूंढकर एक्सेस करने में बहुत ज्यादा टाइम लग जाता है, वहीँ कंप्यूटर में स्टोर की गयी सॉफ्ट कॉपी को ढूँढने के लिए सिर्फ सर्च करने की जरूरत होती है|
4. Higher Cost – Hard Copies बनाने के लिए Ink and Paper की जरुरत होती है, वहीं उन्हें Store करने के लिए Storage और Files की जरुरत होती है, इसलिए Soft Copy के comparison में Hard Copy मेन्टेन करने में ज्यादा खर्चा आता है|
5. Hard to make Changes – जब आप किसी हार्ड कॉपी पर काम कर रहे हो और ओरिजिनल डॉक्यूमेंट में कुछ बदलाव करना चाहते हो तो आपको सबसे पहले ओरिजिनल डॉक्यूमेंट की प्रिंट लेकर उसे अलग से रखना होगा, इसके अलावा अगर आप किसी हार्ड कॉपी में minor edit भी करना चाहते हो तो आपको फिर से नयी हार्ड कॉपी बनाने की जरूरत होगी|
FAQ’s Related to Hard Copies
1. Hard Copy Kya Hai?
जब हम Computer में Stored Document की Printout निकालते है तो उस Printed Document को Hardcopy कहा जाता है| Hardcopy किसी Text File, Sheet File, Photograph और Drawing की Printed File हो सकती है|
2. Hard aur Soft Copy me Kya Fark Hai?
हार्ड कॉपी Physical Form में होती है, वहीं Soft Copy Digital Form में होती है|
3. How can I make a hard copy?
हार्ड कॉपी को matrix printer, inkjet printer, laser printer या typewriter की मदद से बनाया जाता है|
4. How do I email hard copy?
हार्ड कॉपी को ईमेल करने के लिए आपको हार्ड कॉपी को प्रिंटर या सॉफ्टवेर/मोबाइल एप्लीकेशन की मदद से स्कैन करना होगा, फिर उसे पीडीऍफ़ या इमेज फॉर्मेट में कंप्यूटर में सेव करके आप ईमेल कर सकते हो|
5. Does hard copy mean original?
जी हाँ, स्कूल/कॉलेज रिजल्ट, टैक्स पेपर, प्रॉपर्टी पेपर या किसी भी लीगल डॉक्यूमेंट की हार्ड कॉपी को ओरिजिनल डॉक्यूमेंट माना जाता है|
6. Soft Copy me se Hard Copy Kaise Banaye?
सॉफ्ट कॉपी में से हार्ड कॉपी बनाने के लिए आप अपने कंप्यूटर को प्रिंटर के साथ कनेक्ट करके उस सॉफ्ट कॉपी की प्रिंट आउट निकाल सकते हो, जिसे हार्ड कॉपी कहा जाता है|
7. किन डॉक्यूमेंटस की हार्ड कॉपी रखना जरुरी है?
एग्जाम रिजल्ट्स, लीगल पेपर, टैक्स पेपर, प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंटस, आधार कार्ड, पैन कार्ड और इलेक्शन कार्ड जैसे सभी जरुरी डॉक्यूमेंटस की हार्ड कॉपीज रखना जरुरी है|
8. eBook Vs Paper Book kaunsi best hai?
अगर आप अपने कंप्यूटर में से आसानी से बुक्स पढ़ पाते है तो eBook का इस्तेमाल करना Paper Book से ज्यादा बेहतरीन है, क्योंकि इससे पेपर्स की भी बचत होगी And eBook की Price भी Less होती है|
निष्कर्ष – Conclusion
उम्मीद करते है इस आर्टिकल को पढने से आपको Hard Copy Kya Hai और Hard aur Soft Copy me kya Fark hai से लेकर Hard Copy ke Fayde aur Nuksan के बारें में पूरी जानकारी मिल गयी होगी, फिर भी हार्ड कॉपीज से रिलेटेड अगर आपको कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकतें है, हमें आपकी मदद करके ख़ुशी मिलेगी|
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