Pulse Oximeter क्या है. Importance Of Daily Life

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What Is A Pulse Oximeter And Types
Price Of Pulse Oximeter

Pulse Oximeter क्या है.पल्स ऑक्सीमीटर एक छोटा सा डिवाइस है जिसका इस्तेमाल आपके खून में उपलब्ध आक्सिजन का प्रतिशत ज्ञात करने के लिए किया जाता है।इससे आपके हृदय की गति का भी पता चलता है।

जब हम सांस लेते हैं तो आक्सिजन हमारे फेपड़ों के जरिए हमारे खून में मिल जाता है और हमारे पूरे शरीर तक पहुंचता है।ऐसे में यदि किसी बीमारी के कारण आक्सिजन की मात्रा कम हो जाए तो हम इस पल्स ऑक्सीमीटर के जरिए समय रहते पता कर सकते हैं।

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1 पल्स ऑक्सीमीटर के प्रकार-Types Of Pulse Oximeter

पल्स ऑक्सीमीटर के प्रकार-Types Of Pulse Oximeter

साधारणतः पल्स ऑक्सीमीटर चार प्रकार के होते हैं।ये सभी पल्स ऑक्सीमीटर एक ही तकनीक पर काम करते हैं लेकिन इनके प्रयोग करने के तरीके अलग हैं इसलिए इन्हें अलग-अलग नाम दिया गया है।हालांकि ये सभी पल्स ऑक्सीमीटर रक्त में आक्सिजन की मात्रा और हार्ट बीट के बारे में जानकारी देते हैं।चलिए इन सभी ऑक्सीमीटर के बारे में संक्षेप में जानते हैं।

    • Table-Top/Bedside Pulse Oximeters

ये टेबल पर रखकर इस्तेमाल किया जाने वाला पल्स ऑक्सीमीटर है।इसे ज़्यादतर अस्पताल में इस्तेमाल किया जाता है।ये लंबे समय तक लगातार आक्सिजन और हार्ट की मोनीटरींग के लिए इस्तेमाल किया जाता है तथा इसमें अलार्म भी होता है जो की आक्सिजन और हार्टबीट का स्तर बिगड़ने पर बजता है।इसका इस्तेमाल डॉक्टर के परामर्श के अनुसार किया जाता है।

    • Fingertip Pulse Oximeters

ये अंगुली में लगाने वाला पल्स ऑक्सीमीटर है।ये बहुत ही छोटा सा डिवाइस है जिसे आप कहीं भी लेकर जा सकते हैं इसमें बैटरी सेल का इस्तेमाल होता है जो की खतम होने पर आप दूसरा लगा सकते हैं।

इसका इस्तेमाल आप कभी भी कहीं भी स्वयं कर सकते हैं।इसका इस्तेमाल एक समय पर आक्सिजन और हार्ट की स्थिति की जानकारी लेने के लिए की जाती है,उसके बाद इसे निकाल दिया जाता है।इसे लंबे समय तक मोनिट्रिंग के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता है।

    • Pulse Oximeter Watch

ये घड़ी की तरह बना हुआ एक पल्स ऑक्सीमीटर है जिसे आप अपने हाथ की कलाई पर बांध सकते हैं और रक्त मे आक्सिजन कितना प्रतिशत है ये जान सकते हैं।साथ ही ये आपके हार्ट बीट की जानकारी भी देता है।

इसका इस्तेमाल आप लंबे समय की मोनिट्रिंग के लिए भी कर सकते हैं और इसमें अलार्म भी होता होता है जो की आक्सिजन और हार्टबीट का स्तर बिगड़ने पर बजता है।

ये भी काफी छोटा और हल्का होता है जिसे आप बड़ी आसानी से घड़ी की तरह अपनी कलाई पर बांध कर रख सकते हैं।

    • Handheld Pulse Oximeters

ये हाथ में पकड़कर इस्तेमाल किया जाने वाला ऑक्सीमीटर है।इसमें से एक ट्यूब निकला होता है जिसे आपके कलाई या उंगली पर बांध दिया जाता और ये अपनी रीडिंग डिवाइस में रीडिंग दिखाता है।

ये ठीक मोबाईल के आकार का होता है और उसी में इसका रीडिंग शो करता है।इसका इस्तेमाल ज़्यादतर घरों में किया जाता है क्योंकि जब इससे छोटी डिवाइस उपलब्ध है तो कोई इसे क्यों ढोना पसंद करेगा।

कैसे काम करता है? 

पल्स ऑक्सीमीटर प्रकाश के अवशोषण की प्रक्रिया की तकनीक पर काम करता है।हमारे खून में उपलब्ध हैमोग्लोबिन आक्सिजन को लेकर जाने का काम करता है।यदि हमारे शरीर में आक्सिजन की कमी होगी तो सभी हेयमोग्लोबिन को आक्सिजन नहीं मिलेगा और वो बिना आक्सिजन के शरीर में घूमेंगे।

जब पल्स ऑक्सीमीटर हमारे उंगली पर लगाया जाता है तो उसमें से एक प्रकाश निकलता है जो उंगली के एक तरफ से होते हुए दूसरी तरफ तक पहुंचता है और डिवाइस में लगे रीसीवर को बचे हुए प्रकाश की रीडिंग मिलती है।इसी से पता चलता है की कितना प्रकाश अवशोषित होने से बच गया।

हमारे खून में उपलब्ध हैमोग्लोबिन आक्सिजन के साथ होते हुए प्रकाश की एक निश्चित मात्रा को अवशोषित करता है।यदि किसी हैमोग्लोबिन के पास आक्सिजन नहीं है तो वो उतना प्रकाश अवशोषित नहीं करेगा जितना करना चाहिए।और इसी से पता चलता है की शरीर में आक्सिजन कितना है।

कैसे इस्तेमाल करें?How To Use?

पल्स ऑक्सीमीटर को इस्तेमाल करने के लिए इसे उंगली,ईयरलोब या पैर की उंगली पर लगाया जाता है ।लेकिन जो सबसे कॉमन है और जिसे आप अपने से इस्तेमाल कर सकते हैं वो ज्यादातर हाथ की उंगली में ही लगाया जाता है।

इसे उंगली में लगाने के बाद 30 से 90 सेकंड तक बिना हाथ हिलाए ऐसे ही छोड़ दें।उसके बाद ये अपनी रीडिंग देगा।इसका इस्तेमाल करते वक्त आपको नीचे दी गई सावधानियाँ रखनी चाहिए-

  • पल्स ऑक्सीमीटर लगाने के बाद हाथ को बिल्कुल भी ना हिलाएं और शरीर को भी विश्राम अवस्था में रखें
  • पल्स ऑक्सीमीटर इस्तेमाल करने से पहले देख लें की आपके नाखून पर नैलपॉलिश ना लगा हो
  • किसी भी तरह का भारी काम करने के बाद तुरंत इसका इस्तेमाल ना करें नहीं तो गलत रीडिंग आ सकती है
  • पल्स ऑक्सीमीटर इस्तेमाल करने से पहले आपका हाथ बहुत ज्यादा ठंडा नहीं रहना चाहिए
    ज़्यादतर पल्स ऑक्सीमीटर जो आप घर पर इस्तेमाल करते हैं वो सिर्फ उस समय के लिए आक्सिजन का लेवल बताता है जिस समय आप उसे इस्तेमाल कर रहे होते हैं।लंबे समय तक की मोनिट्रिंग जैसे की 8घंटे तक लगातार रीडिंग लेने का काम अस्पताल में किया जाता है या आप इसे डॉक्टर के परामर्श पर घर में भी इस्तेमाल कर सकते।

पल्स ऑक्सीमीटर किन लोगों को लेना चाहिए

Pulse Oximeter क्या है.पल्स ऑक्सीमीटर उन सभी लोगों के लिए जरूरी है जिन्हे कोई सांस या दिल की बीमारी है।इसके अलावा इस कोरोना की महामारी में पल्स ऑक्सीमीटर हर किसी को लेना चाहिए।क्योंकि इस बीमारी में सांस की तकलीफ ज्यादा होती है और इस डिवाइस के जरिए ये समय रहते ही पता लगाया जा सकता है की आपका आक्सिजन स्तर कहीं कम तो नहीं हो रहा है।

चूंकि figure tip पल्स ऑक्सीमीटर कम दाम में ही मिल जाता है इसलिए हर किसी को ये रखना चाहिए।इससे आप समय पर किसी का भी आक्सिजन स्तर जान पाएंगे और उन्हे समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा।

पल्स ऑक्सीमीटर में की रीडिंग कितनी होनी चाहिए?Pulse Oximeter Reading

Pulse Oximeter क्या है.पल्स ऑक्सीमीटर में आक्सिजन का स्तर दर्शाने के लिए spo2 का इस्तेमाल किया जाता है।पल्स ऑक्सीमीटर में स्वस्थ व्यक्ति के लिए spo2 की वैल्यू 95% से ऊपर होनी चाहिए।यदि पल्स ऑक्सीमीटर में आपके आक्सिजन का स्तर 95% से 90% के बीच में है तो आपको डॉक्टर से मिलकर उसकी जांच करानी चाहिए।

यदि इसमें आपका आक्सिजन स्तर 90% से भी नीचे जा रहा है तो आपको फौरन अस्पताल जाना चाहिए और डॉक्टर के कहे अनुसार करना चाहिए।क्योंकि यदि आक्सिजन स्तर 90 से नीचे जाएगा तो ये आपको काफी नुकसान पहुँचा सकता है।

कुछ लोग जिनको सांस या दिल की कोई बीमारी है उन लोगों के लिए ये आक्सिजन का सामान्य स्तर थोड़ा कम हो सकता है और ये आपके डॉक्टर बताएंगे की आपके लिये कितना आक्सिजन स्तर नॉर्मल है।

सबसे बढ़िया पल्स ऑक्सीमीटर- Best Pulse Oximeter

यदि आप नया पल्स ऑक्सीमीटर खरीदने की सोच रहे हैं और आपको समझ नहीं आ रहा की क्या करे तो इसके लिए आप नीचे दिए गए बिंदुओं को ध्यान से पढ़ें।बढ़िया पल्स ऑक्सीमीटर खरीदने के लिए आपको निम्न बातों का पालन करना चाहिए-

    1. पल्स ऑक्सीमीटर एक स्वास्थ्य से संबंधित उपकरण है इसलिए इसे स्वास्थ्य संस्थान से certify होना जरूरी होता है।आप जब भी कोई पल्स ऑक्सीमीटर खरीदें तो ये जरूर देखें की वो किसी अच्छे स्वास्थ्य संस्थान से certify हो तभी खरीदें।
    2. ऑक्सीमीटर खरीदते समय सिर्फ सस्ते के पीछे न भागें उसकी कंपनी और रिव्यू जरूर देखें ताकी आप नकली या गलत रीडिंग देने वाले ऑक्सीमीटर खरीदने से बच सकें।

Pawan Chakki क्या हे.

पल्स ऑक्सीमीटर की कीमत- Pulse Oximeter Price

Pulse Oximeter क्या है.पल्स ऑक्सीमीटर की किमत 600 से शुरू होती है और काफी ऊपर तक जाती है।ऐसे में यदि आपको एक अच्छा सा ऑक्सीमीटर चाहिए तो आपको अपना बजट बढ़ाना चाहिए और 1500 के ऊपर का ऑक्सीमीटर खरीदना चाहिए और उसे इस्तेमाल करना चाहिए।लेकिन यदि आप सस्ते वाले से ही काम चलाना चाहते हैं तो उसके लिए भी हम आपको तरीका बता देते हैं

सस्ते ऑक्सीमीटर से कैसे काम चलाएं

यदि आपका बजट कम है और आपने कोई भी सस्ते वाला ऑक्सीमीटर लिया है तो आपको ये पता करना जरूरी है की वो सही रीडिंग दे रहा है या नहीं।लेकिन सस्ते वाला ऑक्सीमीटर भी लेने से पहले उसका रिव्यू जरूर देखें।चलिए अब जानते हैं की उसकी रीडिंग पर कैसे भरोसा करें-

इसके लिए आप किसी अस्पताल में जाकर अपना आक्सिजन स्तर उनके डिवाइस से चेक करें और वहीं पर अपने खरीदे हुए डिवाइस से भी चेक करें और देखें की कितना अंतर आ रहा है।यदि 2 से 3 का अंतर आ रहा है तो कोई बात नहीं लेकिन यदि इससे अधिक होता है आपको इस ऑक्सीमीटर पर भरोसा नहीं करना चाहिए।आप ऐसा भी कर सकते हैं की 4 से 5 बार दोनों डिवाइसेस से रीडिंग लेकर उनकी तुलना कर सकते हैं।

पल्स ऑक्सीमीटर का रेंज- Range Of Pulse Oximeter

स्वस्थ व्यक्ति के लिए पल्स ऑक्सीमीटर में आक्सिजन यानि SPO2 का नॉर्मल रेंज 95 से 100 % तक होता है।लेकिन यदि किसी को कोई फेफड़े की लंबी बीमारी जैसे अस्थमा,copd ,Bronchitis है या दिल की कोई बीमारी है तो उनके लिए इसका नॉर्मल रेंज 95% से कम हो सकता है।

ये निश्चित करने के लिए की उनके लिए आक्सिजन का नॉर्मल रेंज कितना है आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

पल्स ऑक्सीमीटर कितना सही बताता है? Accuracy Of Pulse Oximeter

हर रीडिंग लेने वाली डिवाइसेस में कुछ हद तक गलत रीडिंग दिखने की खामी होती है जिसे

± से दिखाया जाता है।इस डिवाइस में ये गड़बड़ी ±2 है।यानी की अगर इस डिवाइस में रीडिंग 96 दिखा रहा है तो इसमें 2 की आगे और 2 की पीछे गड़बड़ी हो सकती है।मतलब की इसकी असली वैल्यू 98 और 94 के बीच हो सकती है।
कोरोना काल में पल्स ऑक्सीमीटर का महत्व. Importance Of Pulse Oximeter.

जैसा की आप सभी को पता है 2019 के अंत से ही कोरोना पूरी दुनिया में आतंक मचाए हुए है।हर जगह लॉकडाउन के चलते पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई है।ऐसे में लोगों को इस बात का डर भी है की यदि आपको कोरोना हो गया तो आप क्या करेंगे?

चूंकि कोरोना में ज्यादातर मौतें शरीर में आक्सिजन की कमी के कारण हो रही है ऐसे में यदि आपको समय रहते पता चल जाए की आपको आक्सिजन की कमी हो रही है तो आप समय पर अस्पताल चले जाएंगे और आपका इलाज अच्छे से हो जाएगा।इसी काम मे ऑक्सीमीटर ,कोरोना से लड़ने के काम आ रहा है।यहाँ तक की दिल्ली सरकार ने भी कोरोना मरीजों को ऑक्सीमीटर देना शुरू कर दिया है और जब वो ठीक हो जाते हैं तब वापस सरकार को लौटा देते हैं।

निष्कर्ष-Conclusion

Pulse Oximeter क्या है.पल्स ऑक्सीमीटर के बारे में यदि संक्षेप में बताएं तो यह एक यंत्र है जो ये बताता है की आपके खून में आक्सिजन का स्तर कितना है।ये बहुत ही जरूरी यंत्र जो हर किसी को अपने घर में रखना चाहिए ताकी समय रहते आपको सांस से संबंधित बीमारी का पता चल सके और आप अस्पताल जा सकें।

इस लेख मे हमने आपको पल्स ऑक्सीमीटर से संबंधित सारी जानकारी उपलब्ध कराई है।उम्मीद है की आपको ऑक्सीमीटर से संबंधित सारे सवाल के जवाब मिल गए होंगे।यदि फिर भी आपका कोई सवाल हो तो हमें कमेन्ट करके बताएं हम आपके सवाल का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।

 

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