Share Market in Hindi, शेयर मार्किट से पैसे कैसे कमाते है? क्या शेयर मार्किट में निवेश करना सही है? पैसों का निवेश करके अच्छा Return पाने के लिए कौनसे शेयर्स में निवेश करे? Share Market के बारें में हम सभी के दिमाग में ऐसे ही अनेक सवाल आते है|
आपकी मदद के लिए आज के इस लेख में इन सभी सवालों के जवाबों के साथ हम आपको Share Market के बारें में पूरी जानकारी देंगे|
हम ये यकीन के साथ कहे सकते है की Share Market News in Hindi का ये पूरा आर्टिकल पढने के बाद आप Share Market के बारें में आपकी Knowledge काफी बढ़ जाएगी| तो आइये जानते है पूरी जानकारी विस्तार से…
Shares kya hote hai? – What are Shares
Share Market in Hindi के बारें में जानने से पहले हमें ये जानना होगा की Shares kya hote hai,तो शेयर्स कंपनी के कुल मूल्य का हिस्सा होने का एक तरीका है|
किसी भी कंपनी में आपके द्वारा Invest की गई Money के बदले आपको कंपनी की Ownership का कुछ परसेंट हिस्सा मिलता है|
इसे एक Example से समझे तो अगर कोई कंपनी की Market Value 100 रुपये है और आपने उसमे 2 रुपये का निवेश किया, तो आप उस कंपनी के 2% हिस्से के मालिक बन जाएँगे|
Shares किसी भी Public Limited Company के Financial Asset होते है, इन्हें stocks, equity और scrips के नाम से भी जाना जाता है| वहीँ Shares को खरीदने के बाद निवेशक को कंपनी के Stockholder या Shareholder के नाम से जाना जाता है|
जब आप किसी भी कंपनी के शेयर्स को खरीद कर Shareholder बनते है तो कंपनी के Profit में आपका भी Profit होता है, साथ ही कंपनी के Loss में आपका भी Loss होता है|
Research and Analysis करके अगर आप किसी ऐसी कंपनी के शेयर खरीदते हो जो भविष्य में बहुत मुनाफ़ा कमाने वाली है तो बगैर कोई मेहनत करे आपको भी उन शेयर्स को खरीदते वक्त निवेश किये गए पैसों पर मुनाफ़ा मिलता रहा है|
इसीलिए पूरी दुनिया में शेयर मार्किट काफी लोकप्रिय है|
Share Market kya hai इस सवाल का जवाब बहुत आसान है, जहाँ Shares की खरीदी और बिक्री की जाती है उस मार्किट को शेयर मार्किट कहते है| शेयर मार्किट को Share Bazar,Stock Market और Equity Market के नाम से भी जाना जाता है|
शेयर बाजार में कम्पनीज अपने शेयर्स Investors को बेच सकती है और Capital Fund इकट्ठा कर सकती है| वहीँ निवेशकों के लिए शेयर बाजार वो जगह है जहाँ वो Companies के शेयर्स खरीद और बेच सकते है|
किसी भी कंपनी को अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए पैसों की जरुरत होती है| जिसके लिए कुछ छोटी कम्पनीज बैंक या फिर Financial Institution से लोन ले लेती है|
लेकिन बड़ी कम्पनीज को व्पायर बढाने के लिए ज्यादा पैसों की जरुरत होती हैं, इसीलिए Loan लेकर ज्यादा Interest देने की जगह वे Share Market में Listing करवाते है|
Share Bazar में हम और आप जैसे लाखों निवेशक उन कम्पनीज में निवेश करते है| जिसे कंपनी को ये फायदा होता है की उन्हें Loan के लिए रेगुलर interest नहीं देना पड़ता, Investors के पैसों से वो अपना कारोबार बड़ा कर सकते है|
वहीँ कम्पनीज के शेयर्स खरीद कर Retail Investors यानी हम सब को ये फायदा होता है की Shares खरीदते वक्त कंपनी को हमारे द्वारा दिए गए पैसों से अगर Profit होगा तो हमें भी Profit होगा|
स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है? What is Stock Exchange:
शेयर मार्किट में रोजाना हजारों कम्पनीज के करोड़ो शेयर्स खरीदे और बेचे जाते है, ऐसे में Company और Investors के बीच में Direct Connection होना जरा मुश्किल है|
इसीलिए Stock Exchange की शुरुआत की गई थी| Stock Exchange Market वो प्लेटफॉर्म है,जहाँ ख़रीदार और विक्रेता SEBI यानी Security and Exchange board of India द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करते हुए किसी भी Business Day के दिन Shares और अन्य Financial Tools का व्यापार करते है|
आसान शब्दों में Stock Exchange खरीदारों और विक्रेताओं के बीच की एक कड़ी है| भारत में ढेर सारे स्टॉक एक्सचेंज है, जिनमे से दो प्राथमिक स्टॉक एक्सचेंजीस Bombay Stock Exchange (BSE) और National Stock Exchange (NSE) है| इनके जरिये हम कम्पनीज में निवेश कर सकते है|
Stock Exchange में दो प्रकार के मार्किट होते है, Primary Market और Secondary Market. आइये इन दोनों के बारें में विस्तार से जानते है|
1. Primary Market:
इस मार्किट में कम्पनीज आकर अपने शेयर्स को बेचती है| और खुद के शेयर्स की कीमत को तय करती है, हांलाकि इस कीमत को तय करने के लिए SEBI द्वारा बनाये गए नियमों का पालन करना पड़ता है|
Primary Market में शेयर्स बेचने को Stock Market में पहली बार लिस्टिंग होना भी कहा जाता है|
IPO यानी Initial Public Offering भी प्राइमरी मार्किट में ही की जाती है| IPO में कम्पनीज अपने कुछ Number of Shares के Lots बनाकर बेचती है, और अपने लिए Capital Money इकट्ठा करती है|
वहीँ अगर कोई कंपनी के Shares पहले से ही मार्किट में उपलब्ध है, लेकिन उसे कुछ और Shares को मार्किट में बेचना है तो उसे भी Primary Market में ही बेचा जाता है|
2. Secondary Market:
स्टॉक एक्सचेंज के Secondary मार्किट को Share Bazar के रूप में जाना जाता है| यह हम और आप जैसे Retail Investors के लिए ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है| यहाँ निवेशक शेयर्स की खरीदी और बिक्री कर सकते है|
जब कोई कंपनी प्राइमरी मार्किट में अपने शेयर्स को बेचकर खुद को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट करवा देती है| तब वो शेयर्स सेकेंडरी मार्किट में Trade होते है|
यानी IPO की मदद से Primary Market में खरीदे हुए शेयर्स निवेशक Secondary Market में दूसरे निवेशकों को बेच सकते है|
भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज BSE और NSE:
Share Market in Hindi में आइये अब जानते है भारत की दो सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज कम्पनीज BSE और NSE के बारें में,
BSE यानी Bombay Stock Exchange को 1875 में भारत में शुरू किया गया था| ये एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है|
BSE में करीब 5500 Registered Companies है| NSE यानी National Stock Exchange की शुरुआत भारत में 1992 में की गई थी| अभी के समय में देश के इस सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज में करीब 2000 कम्पनीज रजिस्टर्ड है|
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What is Sensex and Nifty?
आप सभी ने शेयर बाजार के इन दो लोकप्रिय शब्दों के बारें में तो जरुर सुना होगा, लेकिन अब सवाल आता है की Sensex और Nifty आखिर है क्या? तो अब देश में मौजूद सभी स्टॉक एक्सचेंज में इतनी सारी कम्पनीज रजिस्टर्ड है|
इन में से कई कम्पनीज Profit में होंगी तो कई कम्पनीज Loss में, जिनके मुताबिक रोजाना बाजार का Performance मेजर किया जा सकता है|
लेकिन इतनी सारी कम्पनीज को ट्रैक करना तो Investors के लिए नामुमकिन है| इसीलिए Sensex और Nifty को बनाया गया था|
Sensex और Nifty Stock Market Indices है, यानी की इन पॉइंट्स को देखकर हम पता लगा सकते है की ओवरआल मार्किट में तेजी है या मंदी है|
Sensex यानी Stock Exchange Sensitivity Index, जो की Bombay stock exchange में रजिस्टर्ड टॉप कम्पनीज का कुल मिलाकर Overall Performance कैसा है वो दर्शाता है|
वहीँ Nifty यानी National Stock Exchange Fifty NSE में लिस्टेड Top 50 कम्पनीज का Performance कैसा है वो दर्शाता है|
Nifty और Sensex Points को देखकर निवेशक ये अंदाजा लगाते है की आज के दिन Market तेजी में यानी Profit में है या फिर मंदी में यानी Loss में है|
उदाहरण के रूप में पिछले साल(2020) देश में हुए Covid-19 लॉकडाउन में कम्पनीज का व्यापार कम हो रहा था तो सेंसेक्स और निफ्टी दोनों पॉइंट्स माइनस में थे.
लेकिन अब सभी कम्पनीज का व्यापार बढ़ रहा है तो सेंसेक्स और निफ्टी पॉइंट्स भी आसमान की ऊँचाइयों को छू रहे है|
अगर आप के दिमाग में ये सवाल आ रहा है की क्या हम अपनी कंपनी के शेयर्स शेयर मार्किट में बेच सकते है?
तो इसका जवाब है हाँ, भारत में मौजूद हर कंपनी अपने शेयर्स को Share Market में Trading के लिए लिस्ट कर सकती है और अपनी कंपनी की ग्रोथ के लिए Capital Money Raise कर सकती है|
Public Listing करवाने के लिए आपकी कंपनी SEBI द्वारा बनाये गए सभी Rules और Guidelines का पालन करती हुई होनी चाहिए| जिन्हें आप SEBI की Official Website पर जाकर देख सकते है|
SEBI क्या है?
शेयर मार्किट में रोजाना देश की हजारों कम्पनीज के शेयर्स खरीदे और बेचे जाते है, इस प्रक्रिया में निवेशक, ब्रोकर, स्टॉक एक्सचेंज और कम्पनीज शामिल होती है|
लेकिन इस लंबी प्रक्रिया में Financial Fraud ना हो और खरीदी व् बिक्री का सब काम Rules के मुताबिक़ सही से हो ये सुनिश्चित करने के लिए Government of India ने अपनी खुद की Regulatory SEBI को बनाया है|
SEBI का फुल फॉर्म Security and Exchange board of India है|
सेबी भारत के Share market में Frauds ना हो उसके लिए Rules and Guidelines बनाती है और उनका पालन हो उसे सुनिश्चित करती है|
भारत के Financial Market पर कड़ी नजर रखने, Scams होने से रोकने और भी कई कार्यों के लिए SEBI के 20 Departments काम करते है|
शेयर मार्किट में निवेश करना बेहद आसान है, आप सिर्फ कुछ मिनटों में किसी भी शेयर को Buy/Sell कर सकते है|
बस आपको शुरुआत में थोड़ी सी मेहनत करके Share Market में अपना Account खुलवाने की जरुरत होती है|
जिसके लिए आपको Pan Card, Bank Account, Demat Account और Trading Account की जरुरत होती है|
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- Pan Card:
ये भारत सरकार के IT department द्वारा सभी taxpayers को दिया जानेवाला एक Unique Identity Mark होता है.
अपना Pan Card यानी Permanent Account Number आप अपनी एरिया में मौजूद किसी भी पैन कार्ड ऑफिस या फिर NSDL की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर जरूरी प्रूफ जैसे की आधार कार्ड नंबर, फोटोग्राफ, सिग्नेचर और कुछ फॉर्म को भरकर आसानी से बनवा सकते है|
Pan Card के आधार पर आप बाकी तीनों अकाउंट खुलवा सकते है|
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- Demat Account:
इस अकाउंट में आपके द्वारा खरीदे गए शेयर्स को डिजिटली आपके नाम से रखा जाता है| आपके नाम से बने Demat Account में रखे गए शेयर्स के आप मालिक होते है|
इस अकाउंट को आप अपनी बैंक या फिर किसी Online Investing Platforms के जरिये खुलवा सकते है|
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- Trading Account:
किसी भी Stock Exchange में Publicly Listed कंपनी के शेयर्स खरीदने के लिए आपको उस स्टॉक एक्सचेंज के साथ जुड़े हुए Stock Broker के वहां अपना Trading Account खुलवाना होगा|
इस ट्रेडिंग अकाउंट के जरिये ही आप स्टॉक्स की ट्रेडिंग यानी खरीदी और बिक्री की प्रक्रिया कर पाएंगे|
यहाँ एक बात का ध्यान रखिये की आपको ऐसे ब्रोकर के पास ही अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना है जो BSE और NSE दोनों ही स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड हो, ताकि आगे चलके आपको दिक्कत न आये|
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- Bank Account:
Share Bazar in Hindi में आपको निवेश करने के लिए अपने बैंक अकाउंट को ट्रेडिंग और डीमेट अकाउंट के साथ लिंक करना है|
इससे होगा ये की जब भी आप शेयर्स खरीदेंगे आपके बैंक अकाउंट से पैसे Deduct हो जाएँगे और जब भी शेयर्स बेचेंगे आपके बैंक अकाउंट में पैसे Credit हो जाएँगे|
यहाँ घबराने वाली कोई बात नही है, क्योंकि मुश्किल लग रही इस प्रक्रिया को करना बहुत आसान है, बैंक अकाउंट और पैन कार्ड तो शायद हम सभी के पास होता ही है|
Demat और Trading Account कई Online Investing Platforms एक साथ ओपन करके देते है|वहीँ लगभग सभी बैंक्स 3 in 1 Account ऑफर कर रही है| तो इसके लिए आपको बस अपने कुछ घंटे निकालने की जरुरत है|
Demat और Trading अकाउंट खुलवाने के लिए आपको Pan Card, Aadhar Card, Address Proof, Income Proof, Photograph, Signature और कुछ forms Sign करने की जरुरत होती है|
ये सभी Proofs शायद हम सभी के पास होते ही है| ये One Time Process है और एक बार आप इस प्रक्रिया को Complete करके अपने शेयर मार्किट अकाउंटस को खुलवा देते है तो Shares Buy/Sell करना बहुत ही आसान हो जाता है|
स्टॉक ब्रोकर कौन होता है – Who is a Stockbroker:
Stockbroker को शेयर मार्किट के दलाल के नाम से भी जाना जाता है| Stockbroker निवेशकों और Stock exchange के बीच की कड़ी होते है|
Stockbroker BSE और NSE जैसे स्टॉक एक्सचेंजीस में खुद का रजिस्ट्रेशन करवाते है|
अगर भारत में किसी भी निवेशक को अपने पैसों को निवेश करना है तो उसे Stockbroker के वहां Shares खरीदने और बेचने का ऑर्डर प्लेस करना होता है, फिर वो ऑर्डर ब्रोकर के जरिये स्टॉक एक्सचेंज तक जाता है|
जब आप ब्रोकर के जरिये Share Bazar में निवेश करते है तो ब्रोकर आपसे उसके लिए कुछ Brokerage Charge लेते है|
आम तौर पर Shares की खरीदी, बिक्री के दौरान ब्रोकर ब्रोकरेज लेते है| Brokerage Rate की बात करें तो Banks करीब 1% चार्ज करते है| वहीँ कुछ Online Investing Platforms आपसे सिर्फ 0.05% से 0.1% Brokerage Rate लेते है|
वैसे तो भारत में हजारों ब्रोकर्स है और लगभग सभी ब्रोकर्स निवेशकों को बेहतर सर्विस ही प्रदान करते है.
लेकिन यहाँ हम आपसे शेयर कर रहे है उन 12 ब्रोकर्स के नाम जिनके पास 2021 में सबसे ज्यादा ग्राहक है|
सीरियल नंबर | भारत में मौजूद टॉप 12 स्टॉकब्रोकर्स |
1 | Zerodha |
2 | Upstox |
3 | ICICI Direct |
4 | Angel Broking |
5 | HDFC Securities |
6 | 5 Paisa |
7 | Kotak Securities |
8 | Sharekhan |
9 | Motilal Oswal |
10 | Groww |
11 | Axis Direct |
12 | SBI Securities |
ऊपर बताये गए टॉप 12 ब्रोकर्स में से आप अपने पसंदीदा किसी भी ब्रोकर की Official Website या Mobile Application से या फिर उनकी ऑफिस विजिट करके Demat और Trading Account को खुलवाकर अपने Bank Account से लिंक करवा सकते है|
शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के दो तरीके होते है,
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- Intraday Trading
- Delivery Trading
इन दोनों ही तरीकों में Risk और Return का डिफरेंस होता है| साथ ही इनमे Research and Analysis करने के तरीके भी अलग अलग होते है| तो आइये जानते है Trading के इन दोनों तरीकों के बारें में विस्तार से..
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- Intraday Trading:
इंट्राडे ट्रेडिंग को शोर्ट टर्म ट्रेडिंग के नाम से भी जाना जाता है| इस तरीके में Shares को Buy/Sell एक ही बिज़नेस डे में किया जाता है|
इस एक दिन के अन्दर आपको Share की Lower Price का Research करके उसे खरीदना होता है और जब Price High हो तो उसे उसी पल बेच देना होता है|
Intraday ट्रेडिंग में आपको Stock Market in Hindi के साथ अलग अलग तरह के टेक्निकल ग्राफ्स की भी मदद लेनी होती है|
ये तरीका ज्यादा रिस्की होता है| इसीलिए ज्यादातर अनुभवी ट्रेडर्स ही Intraday Trading करते है|
Intraday Trading कई निवेशकों का फुल टाइम बिज़नेस भी होता है, सुबह मार्किट शुरू होने से लेकर शाम को मार्किट बंद होने तक वो लोग इसीमे लगे रहते है|
Intraday Trading Method में कितने भी अनुभवी ट्रेडर क्यों ना हो, उन्हें कभी profit तो कभी loss होता है| लेकिन ज्यादातर Beginners Intraday Trading में पैसों को गवाते ही है|
इसीलिए हम आपको सलाह देंगे की अनुभव होने से पहले इस तरीके को मत अपनाइएगा|
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- Delivery Trading:
डिलीवरी ट्रेडिंग को Long Term Trading के नाम से भी जाना जाता है| इस तरीके में निवेशक शुरुआत में Research and Analysis करके अपनी पसंदीदा कंपनी चुन लेते है|
उनके शेयर्स को खरीदकर अपने Demat Account में उनकी डिलीवरी ले लेते है| फिर एक हफ्ते, एक महीने या फिर एक साल बाद जब भी शेयर अच्छा खासा Profit दे रहा हो तब उसे बेचकर Profit Book कर लेते है|
हमारी मानो तो सभी Beginners को Delivery Trading Method से ही Share Market में ट्रेडिंग शुरू करनी चाहिए|
फिर अनुभव हो जाने के बाद आप Intraday Trading करने के बारे में सोच सकते है|
डिलीवरी ट्रेडिंग में रिस्क फैक्टर इंट्राडे के मुकाबले कम होता है, क्योंकि आपको उसी दिन Decision लेने की जरुरत नहीं होती|
अगर आपके खरीदे हुए शेयर्स अभी लोस में जा रहे है तो आप उसे अभी सेल ना करके भविष्य में जब वो Profit दे तब सेल कर सकते है|
हांलाकि Intraday Trading हो या Delivery Trading, हम आपको रिसर्च और एनालिसिस किये बिना या फिर एक्सपर्ट की राय लिए बिना शेयर मार्किट में निवेश करने की बिलकुल सलाह नहीं देंगे|
Share Bajar के टाइमिंग की बात करें तो भारत में आप सोमवार से शुक्रवार सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग कर सकते है|
Indian Share Market का काम शनिवार और रविवार को बंद रहता है, साथ ही National holidays के दिन भी स्टॉक एक्सचेंज बंद रहता है|
अगर आप Share Market Books in Hindi पढना चाहते है और शेयर मार्किट ट्रेडिंग शुरू करने से पहले अपना ज्ञान ओर भी ज्यादा बढ़ाना चाहते है तो यहाँ हम आपको बता रहे है.
Top 10 Share Market Books in Hindi के बारें में, जिन्हें आप नीचे दिए गए बुक के नाम पर क्लिक करके Directly Amazon और Flipkart से खरीद सकते है|
Sr. No. | Top Share Market Books in Hindi / किताबें | Writer / लेखक |
1 | इंटेलीजेंट इन्वेस्टर (Intelligent investor) | बेंजामिन ग्राहम(Benjamin graham) |
2 | एवरीथिंग यू वांट टू नो अबाउट स्टॉक मार्केट इंवेस्टिंग (Everything You Want To Know About Stock Market Investing) | सीएनबीसी टीवी 18 (Cnbc tv18) |
3 | कैंडलस्टिक चार्ट्स से ट्रेडिंग में पैसा कैसे बनाएं (How to make money in trading with candlestick charts) | बालकृष्ण एम सदेकर (Balkrishna M Sadaker) |
4 | इंट्रा-डे ट्रेडिंग की पहचान (Intra-Day Trading Identification) | अंकितवाला जितेंद्र पर्व (Ankitwala Jitendra Parva) |
5 | स्टॉक मार्केट में नुकसान से कैसे बचें, लगातार कैसे कमाई करें (How to avoid loss in stock market, how to earn continuously) | प्रसेनजीत पॉल (Prasenjit Paul) |
6 | स्टॉक्स में पैसे कैसे बनाएं (How to make money in stocks) | विलियम जे ओ’निइल (William J. O’Neill) |
7 | डेरिवेटिव ट्रेडिंग से पैसे कैसे बनाएं (How to make money with derivatives trading) | अश्विनी गुजराल (Ashwini Gujral) |
8 | ड्रीम बिग लेट योर फाइनेंसियल प्लान मेक योर ड्रीम कम ट्रू (Dream Big Let Your Financial Plan Make Your Dream Come True) | मुकेश जिंदल, अरुणराज वीएस (Mukesh Jindal, Arunraj V.S.) |
9 | स्टॉक टू रिचेज (Stock to recharge) | पराग पारेख (Parag Parekh) |
10 | कैसे स्टॉक मार्केट में निवेश करें (How to invest in stock market) | टीवी 18 (Tv18) |
निष्कर्ष – Conclusion:
उम्मीद करते है Share Market in Hindi टॉपिक पर हमारा ये लेख आपको काफी पसंद आया होगा और Share Market Kya Hai के बारें में आपको पूरी जानकारी मिल गई होगी|
Share Market kya hai इस लेख से रिलेटेड अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरुर पूछिये, हमें आपकी मदद करके बहुत ख़ुशी मिलेगी, धन्यवाद|