Smoke Detector Kya Hai – आज का युग टेक्नोलॉजी पर निर्भर है ओर इन्ही टेक्नोलॉजी के कारण आज हमारा काम आसान हो गया है. जिसके कारण हमें नए-नए यंत्रो का उपयोग करना पड़ता है.
इन यंत्रो के उपयोग से हम हमारे दैनिक जीवन में आने वाली गंभीर समस्याओं से बच सकते है. इन्ही यंत्रो में से एक ‘ स्मोक अलार्म या स्मोक सेंसर है.
इसके नाम से ही जान पड़ता है की यह यंत्र धुए ओर आग जैसी गंभीर समस्या होने पर हमे संकेत देता है.
इसकी सहायता से हमारे Office,घर आदि को आग लगने से बचाया जा सकता है.
अगर सरल भाषा में कहा जाए तो ‘स्मोक अलार्म’ की सहायता से किसी जगह पर लगी आग या धुए का संकेत होना है.
अतः स्मोक अलार्म या स्मोक सेंसर जीवन की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है.
केसे कार्य करता है(How Does a Smoke Alarm Work)?
मान लीजिए अगर आपके ऑफिस में किसी प्रकार का धुआं आता है या कोई इंसान Smocking कर रहा है, तो ‘स्मोक अलार्म’ अपने आप बजने लगेगा.और उसकी जानकारी कंट्रोल पैनल को देगा.
Smoke Detector Kya Hai – स्मोक अलार्म में नाइट्रोजन ओर ऑक्सीजन मिली होती है अगर किसी कारण उस स्मोक अलार्म में धूआँ जाएगा तो वो आवाज करने लगेगा.
स्मोक अलार्म में एक Red कलर की LED लाइट लगी होती है जो अलार्म बजने पर अपने आप जल जाएगी.जब भी स्मोक अलार्म धुए को डिटेक्ट करेगा तो इसका सायरन बजने लगेगा.कंट्रोल पैनल सेंट्रेल मोनिटरिंगस्टेशन को एक नोटिफिकेशन देगा.
इसकी एक खाश बात यह भी है कि ये तब तक एक्टिव रहता है जब तक कि प्रॉब्लम को सॉल्व नही कर लिया जाता है.हमारे घर,ऑफिस आदि में स्मोक अलार्म का होना अत्यंत आवश्यक है.स्मोक डिटेक्टर को कंट्रोल पैनल के साथ एनरोल किया जाता है .ये वायर्ड और वायरलेस दोनों तरह के आते है .
स्मोक अलार्म हमेशा एक्टिव मोड़ पर रहता है चाहे कंट्रोल पैनल ऑन हो या ऑफ,यह हर वक़्त अपना काम करता रहता है.स्मोक अलार्म दो प्रकार के उपलब्ध है, जिसकी जानकारी आपको आगे दी जाएगी. स्मोक अलार्म में एक बैटरी लगी होती है जिसके कारण यह हर वक़्त काम करता रहता है.
हमने आपको पहले भी बताया है की,स्मोक अलार्म का काम है धुए को डिटेक्ट करना.इसका मतलब है की जब भी इस यंत्र के आस-पास कोई धुंआ या आग होगी तो ये स्मोक अलार्म बजने लगेगा और ये कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी देगा.
स्मोक सेंसर तब तक बजता रहता है जब तक इसका स्विच या अलार्म को ऑफ नही कर दिया जाता.स्मोक सेंसर एक निश्चित टाइम तक आवाज करता है. ओर ये टाइम पहले से फिक्स किया जाता है.
स्मोक सेंसर हमारे दैनिक जीवन में क्यो इतना महत्व रखता है. (Importance Of Smoke Detector) :
1. हमारे परिवार की सुरक्षा (Our Family Safety) –
Smoke Detector Kya Hai– आज हम अपने काम में इतने घुल मिल गए है,कि हमे अपनी खुद की सुरक्षा के बारे में सोचने का टाइम ही नही मिलता.हमे हर वक़्त अपने परिवार की चिंता रहती है.
अतः यह स्मोक अलार्म आग से हमारी सुरक्षा करने के साथ साथ हमारे परिवार की भी सुरक्षा करता है .ये 24×7 बिना रुके हमारे लिए काम करता रहता है.हमें इस अलार्म का उपयोग अपने घर,ऑफिस में अवश्य ही करना चाहिए,क्योकि जान है तो जहांन है.
2. स्टाइलिश (Stylish) –
आज हर कोई अपना घर,रूम को अच्छा ओर स्टायलिश बनाता है.लेकिन वो यह नही चाहता कि उसके रूम या घर में कोई ऐसी चीज लगे,जिसके कारण उसकी सुंदरता पर कोई असर पड़े,इसी बात को ध्यान में रखकर ‘स्मोक अलार्म’ को बनाया गया है.
मार्केट में अलग अलग प्रकार के स्मोक अलार्म मिलते है.जो आपके रूम की या घर की सुंदरता पर कोई प्रभाव नही डालते.बल्कि वो उसकी खूबसूरती पर चार चाँद लगा देते है.स्मोक अलार्म अनेक रंगों में भी उपलब्ध है.
3. काम करने की स्पीड (Working speed) –
स्मोक अलार्म किसी इंसान से ज्यादा गति से काम करता है.अगर कोई इंसान आग लगने पर किसी को बुलाने जाएगा तो उसे बहोत ज्यादा टाइम लगेगा.
लेकिन,यह ‘स्मोक अलार्म’ कंट्रोल पैनल को सिर्फ एक सेकेंड में इसकी जानकारी दे देता है जिससे आग लगने से पहले ही इसको काबू में किया जा सके.यह किसी मानव से ज्यादा जल्दी काम करता है और जनहानि को बचाता है.
4. सीएमएस ( CMS ) डीएफएस ( DFS ) मोनिटरिंग (Monitoring) –
Smoke Detector – जब स्मोक डिटेक्टर किसी भी प्रकार के खतरे को पहचान लेता है.तो वो उसकी जानकारी कुछ ही सेकंड में कंट्रोल पैनल को दे देता है साथ ही साथ खुद भी अलार्म बजा देता है.
उसके बाद कंट्रोल पैनल भी उसकी पूर्ण जानकारी CMS को दे देता है.ओर इसके बाद बैकग्राउंड पर काम कर रहा SMS Gateway 3 से 5 सेकंड के अंदर इसकी जानकारी पहुंचा देता है .
CMS जरूरत पड़ने पर या अगर कस्टमर को ऐसा लगे कि वो कुछ नही कर सकता तो वो लोकल आथराइजेशन सुविधा को कॉल करके भी इसकी जानकारी देता है.जब तक इस समस्या का निवारण नही हो जाता तब तक ऑपरेटर कस्टमर से फ़ॉलोअप करते है.
यह कार्य सेंटर के अनेक कर्मचारियों द्वारा किया जाता है.जिससे हमारी जल्द से जल्द सहायत हो सके.
अतः CMS ओर DFS मोनिटरिंग का भी बहोत योगदान होता है .
5. सूचितकरना (To inform) –
स्मोक अलार्म की एक खूबी यह भी है कि ये जब भी एक्टिव होता है तो एक आवाज करता है.जिसके कारण हमें पता चल जाता है कि कही ना कही आग लगी है.या लगने वाली है.
ओर एक LED लाइट भी ऑन कर देता है.अतः यह हमें संकट के समय संकेत भी देता है .
6. कुछ जगहों को ध्यान में रखना (Take Into Account Certain Places) –
स्मोक अलार्म एक ही कनेक्शन द्वारा अलग अलग जगहों पर लगाया जा सकता है.अथार्थ अलग अलग रूम के स्मोक अलार्म का कंट्रोल रूम एक हो होता है.स्मोक अलार्म हमेशा उस जगह लगाना चाहिए जहां पर आग का काम ज्यादा हो.
जैसे किचन क्योकि यही एक ऐसा एरिया होता है जहाँ पर इसकी ज्यादा जरूरत पड़ती है.
7. मूल्य (Price) –
बाजार में आने वाले स्मोक अलार्म की कीमत लगभग 500-700 रुपये होती है.जो किसी इंसान की ज़िन्दगी से ज्यादा नही है.
स्मोक अलार्म आपको Offline ओर Online दोनों जगह उपलब्ध हो जाते है.Quality और Style के अनुसार उनकी कीमत कम या ज्यादा हो सकती है.
स्मोक अलार्म कितने प्रकार के आते है.(What types of smoke alarms are coming) :
दैनिक जीवन के उपयोग के अनुसार स्मोक अलार्म भी 5 प्रकार के आते है.
जिनका मुख्यत अलग-अलग काम होता है.
i) Photoelectric Smoke Detector (फोटोइलेक्ट्रिक स्मोक डिटेक्टर).
ii) Ionization Smoke Detector (आयनीकरण स्मोक डिटेक्टर).
iii) Projected Beam Smoke Detector (अनुमानित बीम स्मोक डिटेक्टर).
iv) Aspirating Smoke Detector (एस्पिरेटिंग स्मोक डिटेक्टर).
v) Video Smoke Detection (वीडियो स्मोक डिटेक्शन).
i. Photoelectric Smoke Detector (फोटोइलेक्ट्रिक स्मोक डिटेक्टर) –
इस स्मोक अलार्म में एक सेंसर होता है जो एक Light Reflect Principal पर Oprate होता रहता है.
इसमें एक लेजर होता है जो फायर होता रहता है.जब भी कोई धुंआ इस लेजर लाइट को तोड़ता है,तो वो लेजर लाइट ऑन ऑफ होने लग जाती है.जिससे स्मोक अलार्म में लगा सेंसर आवाज करने लग जाता है.ओर वो चेतावनी देता है.
इसके बाद वो सूचना कंट्रोल रूम तक पहुंचा दी जाती है. Photoelectric Smoke Detector कम धुए को भी पहचान सकता है जिसके कारण ये स्मोक अलार्म ज्यादा प्रचलित है.
ii. Ionization Smoke Detector (आयनीकरण स्मोक डिटेक्टर) :
इस तरह के स्मोक अलार्म में एक चैम्बर लगा होता है जिसमे हवा(Air) को Ionizad कर दिया जाता है.क्योंकि हवा में इलेक्ट्रिक्सटी कंडक्ट नही हो सकती. इसलिए हवा को Ionizad किया जाता है.
इस चैम्बर में एक Ambration 241 लगा होता है. यह Alfaparticals का रेडिकेशन करता है.जब ये Alfaparticals चैम्बर में मौजूद हवा से टकराते है तो नेगेटिव इलेक्ट्रान ओर पॉजिटिव इलेक्ट्रान को Attract करता है.
इन्ही इलेक्ट्रॉन्स के कारण हवा को Ionizad किया जाता है.अतः जब घर में आग लगती है ,तो धुंआ इस चैम्बर से गुजरता है.और इस Ionizad Air को Intract करता है.जिससे एक सायरन बजता है.कुछ इस प्रकार यह स्मोक अलार्म काम करता है.
iii. Projected Beam Smoke Detector (अनुमानित बीम स्मोक डिटेक्टर) –
यह स्मोक अलार्म एक किरण (laser ) के द्वारा काम करता है.इसमे एक प्रकाश ट्रांसमीटर लगा होता है जो रिसीवर से कनेक्ट होता है.जब कोई धुंआ उस ट्रांसमीटर से आते हुए प्रकाश ओर रिसीवर के बीच आता है,तो अलार्म बजता है.
ओर इसकी जानकारी कन्ट्रोल रूम को देता है.अतः यह स्मोक सेंसर एक लाइट पर काम करता है .
iv. Aspirating Smoke Detector (एस्पिरेटिंग स्मोक डिटेक्टर) –
Smoke Detector Kya Hai.यह स्मोक अलार्म इन सभी अलार्म से अलग होता है.क्योकि बाकी स्मोक अलार्म में जब धुंआ पहुंचता है तब वो आवाज करते है.लेकिन यह स्मोक अलार्म पूरे रूम की Air पर कंट्रोल रखता है.
अगर रूम में कही पर भी धुंआ होगा तो यह यंत्र आवाज करता है.इस स्मोक अलार्म को एक ओर यंत्र की जरूरत होती है.जिसे Sample Pipe बोलते है.
यह Sample Pipe पूरे रूम में लगाई जाती है.जब इस पाइप से कोई धुंआ गुजरता है तो यह स्मोक अलार्म एक्टिव हो जाता है और आवाज करने लगता है.तथा इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को दी जाती है.
अतः यह स्मोक अलार्म सब स्मोक अलार्म से बेहतर है.लेकिन ये स्मोक अलार्म बजट के हिसाब से थोड़ा महंगा होता है.
v. Video Smoke Detection (वीडियो स्मोक डिटेक्शन) –
इस तरह के स्मोक अलार्म को ऑपरेट एक वीडियो कैमरे द्वारा किया जाता है.जिसे हम मानक वीडियो (CCTV) कहते है.एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की हेल्प से धुंए की गति (Speed),धुंए के प्रकार (अथार्थ धुंआ किस तरह का है) की गणना की जाती है.अगर आग लगने जैसा कुछ हो तो अलार्म बजता है ओर फिर कंट्रोल पैनल को नोटिफिकेशन दी जाती है.
कौनसा स्मोक अलार्म सबसे अच्छा है (Which Smoke Alarm Is Best) ?
अगर कहा जाए तो Photoelectric Smoke Detector सबसे किफायती होता है.क्योंकि ये स्मोक अलार्म कम धुए को भी पहचान लेता है और ये स्मोक अलार्म बाकी स्मोक अलार्म से सस्ता भी होता है.
Best Smock Detector :
10 Best स्मोक डिटेक्टर जो आपकी ओर आपकी Family की हमेशा सुरक्षा करेंगे.ये आपको Amazon ओर FlipKart जैसी Online Website पर आसानी से मिल जायेंगे.
1. RECKON Wireless Smock Detector, With wireless Sensor Security System.
2. Onebee SM 1508 Smock Detector.
3. Agni Suraksha Smock Detector.
4. Preyank Solar Smock Detector.
5. Kidde Smock Detector.
6. Google S3000BWES Smoke Detector.
7. First Alert Onelink Smock Detector.
8. TROX Smock Detector (Type RM-0-VS-D And RM-0-3-D).
9. Philips Hue Smoke Detectors.
10. MX Stand Alone Smock Detector.
Price of smock Detectors In India 2020 :
India में अच्छे ओर Smart Smoke Detector की कीमत लगभग 500 से 1000 रुपये तक है.अगर आप ज्यादा Features वाले Smoke Detector लेते है तो आपको 2000 से लेकर 6000 रुपये तक खर्च करने पड़ सकते है.
निष्कर्ष (Conclusion) :
आज हम Smoke Detector Kya Hai आर्टिकल पर इ जाने की स्मोक डिटेक्टर की इम्पोर्टेंस कितना हे. हर Time अपने परिवार की चिंता रहती है.क्योकि Technology के इस जमाने में बहोत सारे Device आ गए है.इसलिए Short Circuit होने का खतरा हमेशा बना रहता है.ओर इससे घर या ऑफिस की किसी भी Wire में आग लग सकती है.अतः हमे अपने घर,ऑफिस आदि जगहों पर Smock Detector लगवाने चाहिए.