Visual Basic Kya Hai. History Of Visual Basic

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Visual Basic Kya Hai

Visual Basic Kya Hai. प्रोग्रामिंग की दुनिया में कई तरह के language हैं, Visual Basic भी उन्ही में से एक है। इस लेख में हम विजुअल बेसिक के बारे में पूरी जानकारी देंगे। इसके Data type और elements से लेकर इसमें उपलब्ध tools की जानकारी भी विस्तृत रूप में दी गई है।

Visual basic के फीचर्स जो इसे खास बनाते हैं वो भी आपको इस लेख में जानने को मिलेगा। तो चलिए जानते हैं visual basic के इस पूरे chapter को। 

Visual Basic Kya Hai. What is Visual Basic in Hindi

Visual Basic एक event-driven प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, जिसका इस्तेमाल software developer द्वारा किया जाता है। ये Microsoft का एक प्रोडक्ट है। इसमें Programmers को graphical interface मिलता है जिसकी मदद से वो किसी भी object पर click करके उस particular object को प्रोग्राम कर सकते हैं।

इसकी मदद से सॉफ्टवेयर बनाते समय उसमे multimedia features को जोड़ा जा सकता है। visual basic के पहले windows के application बनाने के लिए C और C++ का इस्तेमाल किया जाता था।

विजुअल बेसिक में Event-Driven क्या होता है?

कोई भी प्रोग्राम जो graphical user interface में चलाया जाता है वो हमेशा event driven होता है। इवेंट ड्रिवेन का मतलब होता है जब तक यूजर कोई ईवेंट नहीं करेगा तब तक अपने से कुछ नहीं होगा।

जैसे की यूजर कहीं पर क्लिक करेगा या कोई बटन दबाकर operation को पूरा करेगा। जिस तरह से यूजर क्लिक करता है ठीक उसी तरह से कोई भी सॉफ्टवेयर या application काम करता है,इसी को event driven कहा जाता है।

History of Visual Basic

Visual basic लैंग्वेज को BASIC लैंग्वेज से derive किया गया है। इसमें उपलब्ध GUI से सॉफ्टवेयर डेवलपर को काफी आसानी होती है । visual basic वर्ज़न का इतिहास करीब 1991 से चल आ रहा है।

इसकी कमियों को सुधारते हुए अंततः 1996 में visual basic का version 6.0 लॉन्च किया गया जिसे आज सामान्यतः visual basic के नाम से जाना जाता है।

Visual Basic Kya Hai के version और उनका इतिहास

Visual basic 1.0

विजुअल बेसिक 1.0 को मई 1991 में Georgia मे लॉन्च किया गया। ये वर्ज़न सिर्फ विंडोज़ वाले कंप्युटर के लिए था।

इसी को सप्टेंबर 1992 में DOS के लिए रिलीज किया गया क्योंकि ये विंडोज़ के साथ उतना अच्छा नहीं था। इसका इस्तेमाल करने का इंटरफेस text-based user interface था।

Visual basic 2.0

विजुअल बेसिक 2.0 को 1992 में लॉन्च किया गया। इसे कोडिंग के लिए पहले से आसान बनाने की कोशिश की गई और इसपर काम करने की स्पीड में भी सुधार किया गया।

Visual basic 3.0

1993 में गर्मी के मौसम में विजुअल बेसिक के 3rd वर्ज़न को लॉन्च किया गया। ये वर्ज़न विजुअल बेसिक के professional version के रूप में VB3 के रूप में आया।

VB3 के साथ Microsoft का jet database engine 1.1 भी था जो Jet1.x database को पढ़ सकता था।

Visual basic 4.0

ये विजुअल बेसिक का पहला ऐसा वर्ज़न था जिससे विंडोज़ के 32 bit और 16 bit के प्रोग्राम को बनाया जा सकता था। इसे अगस्त 1995 में लॉन्च किया गया।

इसमें standard, professional और enterprise नाम के तीन edition लॉन्च किये गए थे। हर कोई अपनी जरूरत के हिसाब से इसे इस्तेमाल कर सकता था।

Visual basic 5.0

विजुअल बेसिक 5.0 को फ़रवरी 1997 में लॉन्च किया गया। इस बार इसे विंडोज़ में 32 bit के लिए अलग से लॉन्च किया गया। इससे फायदा ये था की विजुअल बेसिक 4 में लिखे गए प्रोग्राम को विजुअल बेसिक 5 में import किया जा सकता था। इसके अलावा ठीक इसका उलट भी किया जा सकता था।

Visual basic 6.0

ये विजुअल बेसिक का अंतिम और अभी तक चलने वाला वर्ज़न है। इसे 1998 में लॉन्च किया गया। इसमें वेब पर आधारित application को भी बनाया जा सकता था।

विजुअल बेसिक में 2008 तक कंपनी का सपोर्ट मिलता रहा लेकिन उसके बाद कंपनी ने सपोर्ट देना बंद कर दिया। लेकिन ये सॉफ्टवेयर अभी भी विंडोज़ के प्रोग्राम बनाने में काफी काम में आता है।


Also Read: Data टाइप क्या हैं.Data Type In Hindi


Visual Basic Kya Hai – Data Types

हर प्रोग्रामिंग भाषा में डाटा को ठीक तरह से समझने के लिए डाटा टाइप का इस्तेमाल किया जाता है। डाटा टाइप से कंप्युटर के compiler और interpreter को ये समझने में आसानी होती है की यूजर उस डाटा को किस तरह से इस्तेमाल करना चाहता है।

चूंकि विजुअल बेसिक एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है इसमें भी कई तरह के डाटा टाइप्स होते हैं। तो चलिए उनके बारे में भी जान लेते हैं।

विजुअल बेसिक में मुख्यतः पाँच प्रकार के डाटा टाइप्स होते हैं-

  1. अंकिक (Numeric)
  2. स्ट्रिंग (String)
  3. डेट (Date)
  4. बूलियन (Boolean)
  5. वेरिएन्ट (Variant)

अंकिक (Numeric) डाटा टाइप

जैसा की नाम से ही स्पष्ट है ये डाटा टाइप अंक से संबंधित डाटा को डिफाइन करता है। इसके भी प्रकार कुछ इस तरह से हैं-

  • Byte
    ये integer वैल्यू को स्टोर करता है। इसकी रेंज 0 से लेकर 255 तक होती है।
  • Integer
    ये भी integer वैल्यू को स्टोर करता है लेकिन इसकी रेंज (-32,768) से लेकर (+32,767) तक होती है।
  • Long
    इसके अंदर भी integer वैल्यू ही स्टोर होती है तथा इसकी रेंज (- 2,147,483,468) से लेकर (+ 2,147,483,468) तक होती है।
  • Single
    इसके अंदर floating point की वैल्यू स्टोर होती है और इसकी रेंज  (-3.4×10-38) से लेकर (+ 3.4×1038) तक होती है।
  • Double
    ये बड़े floating point वैल्यू को स्टोर करता है। जो वैल्यू single के अंदर स्टोर नहीं हो पाते वो इसमें होते हैं।
  • Currency
    ये मुद्रा से संबंधित वैल्यू को स्टोर करता है। ये दशमलव के 4 अंक दाहिने और 15 अंक बाएं तक की वैल्यू को सपोर्ट करता है।

स्ट्रिंग (String) डाटा टाइप

इसके अंदर alphanumeric वैल्यू स्टोर होता है, इसके एक variable स्ट्रिंग में करीब 4 billion character स्टोर किया जा सकता है।

डेट (Date) डाटा टाइप

इसके अंदर तारीख और दिन की वैल्यू को स्टोर किया जाता है। ये 01/01/0100 से लेकर 12/31/9999 तक की वैल्यू को सपोर्ट करता है।

बूलियन (Boolean) डाटा टाइप

इसके अंदर true और false की वैल्यू को स्टोर किया जाता है। true के लिए 1 और false के लिए 0 का इस्तेमाल किया जाता है। शून्य के अलावा सभी वैल्यू को true की वैल्यू दी जाती है।

वेरिएन्ट (Variant) डाटा टाइप

ये विजुअल बेसिक का डिफ़ॉल्ट डाटा टाइप है। इसमें हर तरह के डाटा को स्टोर किया जा सकता है। यदि किसी डाटा के टाइप को डिफाइन नहीं किया जाता तो वो अपने से इसी डाटा टाइप के अंदर आकर स्टोर हो जाता है।

Visual Basic In Hindi – Operators

विजुअल बेसिक में मुख्यतः तीन तरह के ऑपरेटर इस्तेमाल होते हैं-

1.Arithmetic Operators

ये गणितीय ऑपरेटर होते हैं। गणित से संबंधित कार्य के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है। जैसे-

Add (+) – इसका इस्तेमाल दो संख्यायों का योग करने के लिए किया जाता है।

Subtract (-) – इस ऑपरेटर का इस्तेमाल दो संख्याओं का अंतर करने के लिए किया जाता है।

Division (/) – इस ऑपरेटर का इस्तेमाल भाग करने के लिए किया जाता है।

Integer division (\) – इस ऑपरेटर का इस्तेमाल केवल integer तक भाग देने के लिए किया जाता है। जैसे- 20\3 = 6

Multiply (*) – इसका USE गुणा करने के लिए किया जाता है।

Exponent (^) – इसका इस्तेमाल किसी संख्या या पद पर घात या power लगाने के लिए किया जाता है। जैसे- 63

Remainder of division (Mod) – दो संख्यायों का भाग देने पर शेशफल दर्शाने के लिए इस ऑपरेटर का इस्तेमाल किया जाता है।जैसे- 25Mod6 = 1 इसमें 25 को 6 से भाग देने पर 1 शेष बचता है।

String concatenation (&) – इसका इस्तेमाल दो शब्दों को एक साथ करने के लिए किया जाता है जैसे- “Ram”&”Nayan” का मतलब होगा Ram Nayan.

2.Relational Operator

Visual Basic Kya Hai में इस तरह के ऑपरेटर का इस्तेमाल किसी भी दो संख्याओं में छोटे,बड़े या बराबर के संबंध बताने के लिए किया जाता है।

Less than (<) जैसे – 2<3 इसमें 2 छोटा है 3 से 

Greater than (>) जैसे – 5>3 इसमें पाँच, तीन से बड़ा है

Equal to (=) जैसे – 3=3

Greater than or equal to (>=) इसमें दो तरह के ऑपरेटर लगे हुए हैं, इनमें से किसी एक ऑपरेटर को फॉलो करना होता है। जैसे 10>=7 इसमें 10,7 से बड़ा है इसलिए ये लिखा गया ऑपरेटर सही है।

Less than or equal to (<=) ये ऊपर वाले का ठीक उल्टा है, इसमें बाएं ओर का अंक या तो छोटा होना चाहिए या दाहिने वाले के बराबर।

Not equal to (<>) जब दोनों तरफ के बराबर नहीं होते हैं तब इस ऑपरेटर का इस्तेमाल किया जाता है।

3.Logical Operator 

ये ऑपरेटर दो तरह के होते हैं-

AND – ये ऑपरेटर तब सही होता है जब दोनों तरह के condition को satisfy करता है।

OR – इस ऑपरेटर का इस्तेमाल वहाँ होता है जहां किसी दो condition में से एक सही होता है।

Visual Basic Kya Hai Common Terms

Button – ये controls में आने वाले object हैं। इन्हें insert करने के बाद इनकी programming की जाती है। इन्हे कमांड दिए जाता है की जब यूजर इन पर क्लिक करेगा तो क्या होगा।

Design time – ये वो टाइम होता है जब developer किसी भी प्रोग्राम को डिजाइन करता है।

Run time – जब प्रोग्राम बन कर तैयार हो जाता है तब उसे चलाने वाले समय को रन टाइम कहते हैं।

Elements of Visual Basic

विजुअल बेसिक के कुछ एलिमेंट्स नीचे दिए गए हैं-

Form

Visual Basic Kya Hai में फॉर्म पर ही सारे कार्य होते हैं। इसमें कई तरह के फॉर्म उपलब्ध होते हैं और सभी में अलग-अलग controls आदि होते हैं।

Control

कंट्रोल एक तरह का graphical object होता है जिसके मदद से फॉर्म पर कई तरह के object को जोड़ा जा सकता है। इससे विजुअल बेसिक में फीचर्स को जोड़ना आसान होता है। controls के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं-

  • Label: ये text को दिखाने के काम में आता है लेकिन इस text को user बदल नहीं सकता और ना ही इसमें कोई एंट्री कर सकता है।  
  • Shape: इस कंट्रोल की मदद से फॉर्म पर कई तरह की आकृति को रखा जा सकता है।  
  • Image: इसकी मदद से फॉर्म पर कोई भी चित्र रखा जा सकता है।  
  • Textbox: इस कंट्रोल की मदद से फॉर्म पर text enter किया जा सकता है। इसके अंदर user भी text enter कर सकता है।

Properties

विजुअल बेसिक में किसी भी फॉर्म पर control आदि लगाने के बाद उसकी properties को define करना पड़ता है। जैसे की किसी command button पर क्या दिखना चाहिए, run time में कोई text दिखेगा या नहीं। इसी तरह की properties को define किया जाता है।

Conclusion

विजुअल बेसिक GUI में प्रोग्रामिंग के लिए बनाया गया एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। इसका इस्तेमाल करना काफी आसान होता है। इसके मदद से विंडोज़ के लिए प्रोग्राम बनाया जा सकता है।

हमने इस लेख में Visual Basic Kya Hai मै विजुअल बेसिक की सामान्य जानकारी देने की कोशिश की है। हमें उम्मीद है की visual बेसिक के बारे में एक परिचयरूपी जानकारी मिली होगी।

यदि आपका कोई सवाल हो तो कमेन्ट करके जरूर बताएं। हम आपके सवाल का जवाब जल्द देने की कोशिश करेंगे।

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